Jaunpur News : पढ़िए बाहुबली धनंजय सिंह से जुड़ी महत्वपूर्ण खबर…
Jaunpur News : पढ़िए बाहुबली धनंजय सिंह से जुड़ी महत्वपूर्ण खबर…
जौनपुर। पूर्वांचल के बाहुबलियों में शुमार पूर्व सांसद धनंजय सिंह इस बार निर्दल नहीं, बल्कि जदयू पार्टी से ताल ठोंक सकते हैं। सूत्रों से पता चला है कि धनंजय सिंह जदयू के टिकट पर जौनपुर की मल्हनी विधानसभा से चुनाव लड़े सकते हैं। दो बार विधायक और एक बार सांसद चुने बाहुबली धनंजय सिंह कई महीनों से फरार हैं।
दरअसल, लखनऊ के बहुचर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में धनंजय सिंह का नाम भी शामिल है। इस मामले में पुलिस ने धनंजय सिंह पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। कुर्की तक का आदेश हो चुका है। लेकिन जौनपुर से लेकर कई अन्य जगहों उनकी खुलेआम कई तस्वीर और वीडियो वायरल हो चुका है। कभी धनंजय सिंह लोगों के साथ क्रिकेट खेलते दिखाई दिए तो कभी शादी समारोह व अन्य उद्घटान समारोह में।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने किया था ट्वीट
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कुछ महीने पहले धनंजय सिंह का क्रिकेट खेलते हुए एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसको लेकर राजनीतिक सियासत में काफी हड़कंप मचा था। यह भी आरोप लगा था कि पुलिस के इनामी माफिया धनंजय सिंह सत्ता के संरक्षण में सेफ है।
2002 के चुनाव में निर्दल धनंजय सिंह अप्रत्याशित रूप से सबको अचंभित करते हुए चुनाव जीत गए। 2007 में निर्दल जीते। 2009 में सांसद चुने गए। उपचुनाव में उनके पिता यहां से विधायक निर्वाचित हुए।
धनंजय सिंह 2007 का चुनाव जदयू से लड़े थे, जो बीजेपी का सहयोगी दल था। 2012 में भी वह चाहते थे कि उनको टिकट मिले, लेकिन नहीं मिला। उनकी पत्नी निर्दल चुनाव लड़ीं। इस चुनाव में बसपा से सजातीय पाणिनी सिंह आए, लेकिन तीसरे नम्बर पर रहे, जबकि धनंजय दूसरे नम्बर पर रहे। 2017 में जब बीजेपी की आंधी में धनंजय सिंह निर्दल चुनाव लड़े। पारस यादव सपा से हार गए। हालांकि इस चुनाव में वह दूसरे स्थान पर रहे।
पंचायत चुनाव में दिखाई ताकत
जिला पंचायत चुनाव में धनंजय सिंह ने सत्ता में न रहते हुए भी अपनी ताकत का एहसास कराया। विरोध के बावजूद पत्नी श्री कला धनंजय सिंह जिला पंचायत सदस्य चुनी गईं। जौनपुर की सीट अपना दल के खाते में गई।
6 जुलाई को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 25 हजार के इनामी धनंजय सिंह को 6 जुलाई 2021 को भगोड़ा घोषित कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने उनके घर पर नोटिस भी चस्पा किया था। धनंजय सिंह पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपी है। कोर्ट ने धनंजय की एफआईआर निरस्त करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने धनंजय को दो हफ्ते में सरेंडर करने का आदेश दिया था, लेकिन धनंजय सिंह कोर्ट में अभी तक हाजिर नहीं हुआ है।
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