Jaunpur News : हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं के उपचार में लापरवाही, स्वास्थ्य विभाग बना अनजान, क्या है हाई रिस्क प्रेगनेंसी?
Jaunpur News : हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं के उपचार में लापरवाही, स्वास्थ्य विभाग बना अनजान, क्या है हाई रिस्क प्रेगनेंसी?
रामनगर, जौनपुर। हाई रिस्क प्रेगनेंसी (उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था) की गर्भवती महिलाओं को न चिह्नित किया जा रहा है और न ही उनका जांच कराया जा रहा है। उनकी देखभाल व इलाज में लापरवाही बरती जा रही है। बता दें कि सरकार करोड़ों रूपये गर्भवती महिलाओं के देख-रेख लिए खर्च कर रही है। जिला महिला अस्पताल से लेकर सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की समस्त जांचें कराई जाती हैं।
प्रत्येक माह की 9 तारीख को सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष शिविर आयोजित किया जाता है। इसमें सभी तरह की जांचें मुफ्त में की जाती है और इसमें ऐसी गर्भवती को चिह्नित किया जाता है जो हाई रिस्क प्रेगनेंसी में होती हैं। इसके लिए एएनएम व आशा कार्यकर्ता के साथ स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पतालों के अधीक्षक भी जिम्मेदार हैं। यह पूरा मामला रामनगर ब्लाक क्षेत्र के सिरौली ग्राम पंचायत की निवासी प्रिया गुप्ता पत्नी सोनु गुप्ता का है। उन्होंने बताया कि गर्भ धारण किये 7 माह हो गया लेकिन एक बार भी आशा एचआरपी सेंटर पर नहीं ले गई। प्रिया ने बताया कि उसका पहला बच्चा आपरेशन से हुआ था। आशा से कई बार कहने के बावजूद जांच नहीं कराया गया।
क्या है हाई रिस्क प्रेगनेंसी?
ऐसी गर्भवती महिला जिन्हें खून की कमी है, ब्लड प्रेशर की समस्या है व मधुमेह से पीड़ित हैं। इसके अलावा पूर्व में आपरेशन से डिलवरी हो चुकी है तो ऐसी महिलाओं को हाई रिस्क प्रेगनेंसी की श्रेणी में रखा जाता है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।