Jaunpur News : आपसी उठापठक के बीच मुंगराबादशाहपुर विस में भाजपा लगा सकती है वैश्य समाज पर दांव
मुंगराबादशाहपुर, जौनपुर। स्थानीय विधानसभा सीट पर लगभग 50 से अधिक दावेदारों ने भारतीय जनता पार्टी से टिकट प्राप्त होने पर चुनाव जीतने की दावेदारी पेश किया है जिसमें सर्वाधिक ब्राह्मण दावेदारों ने टिकट की मांग किया है। क्षत्रिय समाज के भी कई दावेदार टिकट मांग रहे हैं। इसी क्रम में पहली बार इस विधानसभा क्षेत्र से पिछड़े और वैश्य समाज के लोगों ने भी अपनी दावेदारी पेश किया है। अन्य राजनीतिक दलों की तुलना में भाजपा में टिकट की ज्यादा मारामारी हो रही है। ब्राह्मण दावेदारों की संख्या अधिक होने और पार्टी के टिकट की मारामारी के कारण भाजपा किसी अन्य जाति वर्ग के उम्मीदवार पर दांव लगा सकती है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी टिकट के दावेदारों की भरमार है। हमेशा से ही भाजपा का वोटबैंक रहे वैश्य समाज ने उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विस चुनावों में वैश्य समाज के लिए खुलकर कुछ सीटों की माँग किया है। पार्टी के प्रदेश संगठन के समक्ष वैश्य समाज ने मुंगराबादशाहपुर समेत कुछ सीटों पर पार्टी से वैश्य समाज को टिकट देने की माँग किया है। सम्भावना जताई जा रही है कि समीकरण साधने के लिए भारतीय जनता पार्टी इस विधानसभा सीट पर वैश्य समुदाय के दावेदार पर भी अपना दांव लगा सकती है जिससे जहां एक तरफ पार्टी की आपसी गुटबाजी समाप्त हो जाएगी, वहीं दूसरी तरफ समूचे देश में भाजपा का वोटबैंक माने जाने वाले वैश्य समाज को उचित सम्मान भी मिल जाएगा। जनपद के साथ समूचे पूर्वांचल में वैश्य समुदाय के मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है।
भाजपा इस सीट से वैश्य समाज का उम्मीदवार उतारकर वैश्य समाज को साधने का कार्य कर सकती है। इस विस क्षेत्र में वैश्य समुदाय के 40 से 45 हजार मतदाता हैं। सूत्रों की मानें तो जनपद के सभी 9 विस सीटों में से एक सीट पर वैश्य समुदाय का उम्मीदवार उतारने पर भाजपा गम्भीरतापूर्वक विचार कर रही है जिसमें यह सीट वैश्य समुदाय के लिए अनुकूल मानी जा रही है। फिलहाल इस सवाल पर भाजपा संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी अभी कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं। भाजपा पदाधिकारियों का कहना है कि प्रत्याशी चयन की जिम्मेदारी केन्द्रीय चुनाव समिति करेगी।
वर्ष 2012 में नवीन परिसीमन के दौरान इस नवगठित 368 इस सीट पर पहली बार भाजपा ने अपना झंडा फहराया था। वर्ष 2017 में इस सीट पर बहुजन समाजवादी पार्टी की सुषमा पटेल विधायक ने भाजपा को पटखनी देकर यह सीट हथिया लिया था। दो बार सम्पन्न हो चुके विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा और बसपा की आमने सामने टक्कर हुई। समाजवादी पार्टी को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी लेकिन इस चुनाव में परिणाम अपने पक्ष में लाने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत झोंक दी है।
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