पक्षियों की प्यास बुझाने के लिये पानी के पात्र रखना जरूरी
रूपा गोयल
तिंदवारी, बांदा। समाजसेवी व भाजपा नेता आनंद स्वरूप द्विवेदी ने कस्बावासियों से पक्षियों के लिए अपने घर आंगन के पेड़ों, घरों की छत या बालकनी पर जल पात्र रखने की अपील की है। उन्होंने स्वयं बड़ी संख्या में पेड़ों पर जल पात्र टांगने का सिलसिला शुरू किया है।
गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है, मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है। कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते है। इस गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में पानी की कमी से कई परिंदों व पशुओं की होने वाली मौत को रोका जा सकता है। जिले में गर्मी चरम पर है। गर्मी में मनुष्य के साथ-साथ सभी प्राणियों को पानी की आवश्यकता होती है। मनुष्य तो पानी का संग्रहण कर रख लेता है लेकिन परिंदे व पशुओं को तपती गर्मी में यहां-वहां पानी के लिए भटकना पड़ता है। पानी न मिले तो पक्षी बेहोश होकर गिर पड़ते हैं। उन्होंने बताया कि साल्ट और एनर्जी पक्षियों की किडनी के फंक्शन के लिए जरूरी है। इसकी पूर्ति खनिज-लवण युक्त पानी से हो सकती है। गर्मी में अपने घरों के बाहर, छतों पर पानी के बर्तन रखें और हो सके तो छतों पर पक्षियों के लिए छाया की व्यवस्था भी करें। पक्षियों के शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की मात्रा संतुलित रहे, इसके लिए पानी मे गुड़ की थोड़ी मात्रा मिलानी चाहिए।
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