सुनील कुमार
अकबरपुर, नवादा (बिहार)। अकबरपुर प्रखण्ड मुख्यालय स्थित पांती पंचायत के वार्ड नं. एक व दो में निर्मित शोख्ता गड्ढा में अनियमितता बरती जा रही है। मनरेगा व 15वीं वित्त के तहत हो रहे कार्य में बिचौलियों द्वारा जमकर सरकारी रुपयों का बंदर बांट किया जा रहा है। मनरेगा एवं 15वीं वित्त के तहत शोख्ता गड्ढा का निर्माण सरकारी चापाकल के बगल में कराया जा रहा है। निर्माण कार्य मे चिमनी ईंट के बदले बंगला ईंट का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है।
पूरे शोख्ता गड्ढे का निर्माण कराने के लिए मनरेगा व 15वीं वित्त के तहत दोनों मद से मिलाकर प्रत्येक गड्ढे में 12 हजार चार सौ रुपये आता है। सूत्रों की मानें तो बिचौलिया एक गड्ढे को मात्र ढाई हजार रुपये की लागत में बनाकर तैयार कर देते हैं। ऐसे में सरकारी रुपयों का बंदरबांट हो रहा है। प्रखंड प्रशासन की नजर इन सब गड़बड़ी करने वाले योजनाओं पर नहीं पड़ रही है।
बिचौलिया इस कदर हावी हो गए हैं कि मनरेगा के तहत कार्य हो या फिर 15वीं वित्त योजना का कार्य हो। सभी कार्य मे बिचौलिया अपना उल्लू सीधा करने से बाज नहीं आ रहा है। बारी-बारी से सभी गड्ढे का जांच किया जाय तो शायद ही किसी गड्ढे को नियमित रूप से निर्माण कराया जा रहा हो। ग्रामीण अजय कुमार, अमित कुमार, अशोक प्रसाद आदि का कहना है कि योजनाओं की उच्चस्तरीय जांच बहुत जरूरी है।
किसी भी सरकारी कार्य मे बंगला ईंट का उपयोग नही किया जाता है। लेकिन पांती पंचायत के बिचौलिया द्वारा चिमनी ईंट के बदले धड़ल्ले से बंगला ईंट का उपयोग किया जा रहा है। जो कार्य मे घोर अनियमितता बरती जा रही है। ग्रामीणों ने सात निश्चय योजना के जेई व मनरेगा जेई की बिचौलिए को मदद किया जा रहा है। जिला प्रशासन व प्रखण्ड प्रशासन से जांच कर दोषियों के विरुद्ध कारवाई करने की मांग की है।
क्या कहते हैं अधिकारी
स्टीमेट में चिमनी ईंट लगाने का प्रावधान है। जहां से भी ऐसी शिकायत मिली है वहां जांचकर कारवाई की जाएगी।
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