अमृत सरोवर के कार्यों में पायी गयी अनियमितताः बीडीओ
मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से नहीं लग रही हाजिरी
उग्रसेन सिंह
जखनिया, गाजीपुर। स्थानीय ब्लाक मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत शाहपुर सोमरराय में बन रहे अमृत सरोवर की जांच करने पहुंचे खंड विकास अधिकारी ने काफी अनियमितता पायी। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी ने बताया कि अब तक इस सरोवर पर जितने लेबरों द्वारा काम कराया गया है, एडीओ पंचायत के साथ ग्राम पंचायत सचिव को विस्तृत जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि अमृत सरोवर पर रोज 50 से 60 मजदूर काम किए हैं लेकिन 100 मजदूरों का मस्टरोल भरकर पेमेंट में फाइल लगाई गई है।
इस बारे में फाइल तैयार करने वाले रोजगार सेवक से बात करने पर उन्होंने बताया कि प्रधान प्रतिनिधि द्वारा लेबरों की संख्या व नाम बताने पर ही फाइल तैयार की जबकि प्रधान प्रतिनिधि भी इस बात को स्वीकार किया कि 50 से 60 मजदूर ही काम किए हैं। वहीं पोखरे पर जाकर देखने से ही पता चलता है कि अभी पोखरे का एक तिहाई काम भी नहीं हुआ है और 1400 लेबरों का पेमेंट लगा दिया गया है। इस बारे में ग्राम पंचायत सचिव शैलेंद्र दुबे से पूछने पर उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है कि यहां पर कौन-कौन लोग काम किए हैं और कितने दिन काम हुआ है। जांच के बाद ही पता चलेगा। यही हाल अन्य ग्राम पंचायतों में भी है जहां मनरेगा द्वारा कार्य कराया गया है और अधिक का पेमेंट लिया जा रहा है जबकि शासन द्वारा मनरेगा में कार्य कर रहे मजदूरों की आनलाइन मोबाइल मोनेटिरिंग सिस्टम द्वारा हाजिरी लगाने की व्यवस्था की गई है लेकिन अधिकतर ग्राम सभाओं में यह कार्य नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि नेट की समस्या की वजह से आनलाइन हाजिरी नहीं लग पा रही है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।