जिनके घर में बुजुर्ग मुस्कुराते हैं, वास्तव में उनका घर ही पृथ्वी का स्वर्ग है: राजेश
जिनके घर में बुजुर्ग मुस्कुराते हैं, वास्तव में उनका घर ही पृथ्वी का स्वर्ग है: राजेश
हरदोई। दीपावली त्योहार का सही अर्थ घर में वट वृक्ष की भांति अपने अनुभव के आधार पर छाया प्रदान करने वाले बुजुर्गों की चेहरे पर हंसी लाना है। जिनके घर में बुजुर्ग मुस्कुराते हैं, वास्तव में उनका घर ही पृथ्वी का स्वर्ग है। उक्त विचार हरदोई के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने आज वृद्धाश्रम, अल्लीपुर, हरदोई पहुंचकर आश्रम में रह रहे बुजुर्गों के साथ समय व्यतीत करते हुए उनसे वार्तालाप करके त्यौहार पर उनके जीवन में कुछ पल ही सही पर आनंद से सराबोर कर दिया। इस अवसर पर उनके साथ सीओ विनोद कुमार द्विवेदी, देहात कोतवाली इन्सपेक्टर गंगेश शुक्ला आदि पुलिस विभाग की टीम मौजूद रही।
जिन्होंने सभी वृद्धाश्रम संवासिओं को फल मिष्ठान इत्यादि सामग्री भेंट कर दीपावली पर आशीर्वाद प्राप्त किया। लायंस क्लब हरदोई उदय और लायंस क्लब हरदोई विशाल के पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर हरगोविंद सेठी अपनी दोनों ही शाखाओं के साथ सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान द्वारा संचालित वृद्धाश्रम, अल्लीपुर, हरदोई में पहुंचकर बड़े ही आत्मीय ढंग से दीपावली पर्व मनाया। इस अवसर पर लायंस क्लब हरदोई उदय के कोषाध्यक्ष पीयूष खन्ना ने कहा कि वृद्धाश्रम का उच्च कोटि व्यवस्था और पारिवारिक वातावरण देखकर मन प्रफुल्लित हुआ। जिलाध्यक्ष निहाल जी ने बुजुर्गो से व्यक्तिगत वार्ता करके उनके जीवन नवजीवन संचार कर दिया। वरिष्ठ समाजसेवी अभिजीत मिश्रा ने कहा कि आज एक साथ इतने बुजुर्गो का आशीर्वाद और स्नेह प्राप्त करके ये दीपावली हम सबके लिये मंगलकारी होगी।
अध्यक्ष लायंस क्लब विशाल गौरव सिंह भदौरिया सचिव अनूप पुरी, मनीष चतुर्वेदी इत्यादि समस्त पदाधिकारियों ने वृद्धाश्रम में रहने वाले सभी बुजुर्गों को दीपावली पर एक साल चादर, केला, सेब मिठाई इत्यादि का वितरण कर हर्षोल्लास के साथ दीपावली मनाई। इस अवसर पर सार्वजनिक शिक्षोन्नयन संस्थान के निदेशक डॉ शीर्षेन्दु शील “विपिन” ने कहा कि जब समाज किसी भी समाज हित में हो रहे कार्य का इस प्रकार से सहयोग और आत्मीयता के साथ कार्य करता है तो निश्चित ही इस संस्थान के संस्थापक-प्रबन्धक डॉ सुशील चंद्र त्रिवेदी “मधुपेश” की संकल्पना का साकार स्वरूप हम सबके सामने दिखाई पड़ता है।
वृद्धाश्रम मे रहने वाले निर्मल बाबा, गंगाचरण, प्रीति दादी , रत्ना दादी आदि सभी संवासियो ने कहा कि जब निराश्रित और अपनों से दूर होने के बाद त्योहारों पर जब समाज के सुधीजन और अधिकारी अपना बहुमूल्य समय निकालकर हमारे बीच आते है तो मन मे नवीन उत्साहित से भर जाता है। कार्यक्रम का संचालन प्रबंधक रूचि मिश्रा ने किया तथा आभार पारूल गुप्ता ने किया। इस अवसर पर 118 संवासी, समस्त आश्रम कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।