शक हुआ तो लोगों ने पकड़कर पुलिस के किया हवाले
अंकित सक्सेना
बदायूं। रविवार को एक व्यक्ति सकरी क्लीनिक के सामने वाहनों को हटवाता और उनके फोटो खींचता हुआ दिखाई दिया। उसने कई बाइक सवारों को चालान का डर दिखाकर रुपये भी ऐंठ लिए। लोगों को शक हुआ तो पुलिस को सूचित कर बुला लिया गया। रविवार सुबह गांधी ग्राउंड रोड पर सकरी क्लीनिक के सामने दरोगा बनकर वाहनों से अवैध वसूली करता एक युवक पकड़ा गया।
सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस पहुंच गई और उसे पकड़कर कोतवाली ले गई। फिलहाल उससे पूछताछ चल रही है। उसने एसओजी में तैनात एक पुलिस कर्मी को अपना रिश्तेदार बताया है। मामला रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे का है। एक व्यक्ति सकरी क्लीनिक के सामने वाहनों को हटवाता और उनके फोटो खींचता हुआ दिखाई दिया। इस दौरान उसने कई बाइक सवारों को चालान का डर दिखाकर रुपये भी ऐंठ लिए। वह बाइक हटवाता हुआ सकरी क्लीनिक के सामने पहुंच गया। क्लीनिक के सामने कई बाइक खड़ी थीं। वह बाइक हटवाने और उनके फोटो खींचने में लग गया। तभी क्लीनिक का स्टाफ निकलकर सड़क पर आ गया। स्टाफ ने फोटो खींचने की वजह पूछी तो उसने बताया कि वह रोडवेज पुलिस चौकी पर तैनात दरोगा है। यहां बाइक लगाकर यातायात व्यवस्था बिगाड़ दी है।
वह सादा कपड़ों में था। सिर पर टोपी लगाए था। इससे स्टाफ को दरोगा होने पर भरोसा नहीं हुआ। स्टाफ ने चौकी इंचार्ज को जानने की बात कही तो वह खुद को रोडवेज चौकी का दरोगा बताने लगा। इसके बावजूद स्टाफ नहीं डरा। वह फर्जी दरोगा से उलझ गये तुरंत रोडवेज चौकी इंचार्ज अरविंद कन्नौजिया को काल कर दी। रोडवेज चौकी इंचार्ज भी मौके पर पहुंच गए। इससे पहले भीड़ ने युवक को दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम शाहिद बताया। उसने कहा कि एसओजी टीम में उसका एक रिश्तेदार है। इसकी सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस उसे अपने साथ ले गई है। उसके अवैध वसूली करने का मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। पुलिस उसकी फुटेज निकलवा रही है।
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