भाजपा पदाधिकारी होने की आड़ में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा | #TEJASTODAY
जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल
भाजपा पदाधिकारी होने की आड़ में ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा | #TEJASTODAY
चन्दन अग्रहरि
शाहगंज, जौनपुर। हर सरकार में सत्ता की हनक के आगे प्रशासन बेबस नजर आता है, यह कोई नई बात नहीं है। इसकी बानगी क्षेत्र अंतर्गत छताईकला गांव में भी देखने को मिल रही है जहां एक भाजपा नेता इस कदर सत्ता के मद में चूर हैं कि वह ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है और इस अवैध कब्जे के प्रकरण में उच्च न्यायालय ने अवैध कब्जे की बेदखली एवं 7 लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना का आदेश दिया है। बावजूद इसके भाजपा नेता एंव स्थानीय प्रशासन पर उच्च न्यायालय के आदेश का कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और कब्जा जस का तस बरकरार है। मजे की बात स्थानीय प्रशासन इस प्रकरण को भाजपा नेता से जुड़े होने के नाते दबाने और टरकाने में लगा हुआ है।
बताते चलें कि छताईकला गांव निवासी शेर बहादुर सिंह ने जिलाधिकारी एवं उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र प्रेषित कर उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना का आरोप लगाया है। शिकायती पत्र के मुताबिक छताईकलां गांव निवासी एक व्यक्ति भाजपा मंडल मंत्री शाहगंज है जिन्होंने भाजपा के पदाधिकारी होने का नाजायज फायदा उठाकर ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा कर रखा है। इस संदर्भ में उच्च न्यायालय ने अवैध कब्जे की बेदखली के साथ 7 लाख 10 हजार रुपये के जुर्माने का आदेश दिया है।
आदेश के बावजूद उक्त भाजपा नेता का अवैध कब्जा जस का तस बरकरार है और स्थानीय प्रशासन भाजपा नेता के प्रभाव में आकर मामले को दबाने और टरकाने में लगा हुआ है। बता दें कि भाजपा नेता इस कदर सत्ता के मद में चूर हैं कि पूर्व में उक्त भूमि की पैमाइश के लिए मौके पर पहुंचे राजस्वकर्मी लेखपालों के साथ मारपीट कर चुके हैं जिसकी खबर विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी। भाजपा नेता के प्रभाव में आकर स्थानीय प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं, स्थानीय प्रशासन पर भी उच्च न्यायालय के आदेश का भी कोई असर दिखाई नहीं पड़ रहा है। अब देखना होगा कि जिलाधिकारी को भेजे गये शिकायती पत्र पर कितनी कार्यवाई होती है एवं उच्च न्यायालय के आदेश का जिलाधिकारी कब तक और कितना पालन करा पाते हैं?
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