भू-माफियाओं ने जमीन पर किया अवैध कब्जा
Illegal occupation of land by land mafia
तहसील प्रशासन पर लग रहे सवालिया निशान
संदीप पाण्डेय
रायबरेली। मुख्यमंत्री की मंशा पर तहसील प्रशासन के जिम्मेदार खुलेआम पानी फेर रहे हैं। तहसील प्रशासन की मौन स्वीकृति कहें या फिर उनकी सहमति। गंगागंज में स्थित गाटा संख्या 911 और 910 पर एक कुचक्र रच के भू माफियाओं ने पूरी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया और उसके बाद उस पर बिल्डिंग भी खड़ी हो गई। जो कहीं न कहीं तहसील प्रशासन को संदेह के घेरे में ला रही है। पूरा मामला गंगागंज हाईवे से जुड़ी हुई बेशकीमती जमीन का है जहां भू माफियाओं द्वारा सरकारी बंजर जमीन 911 और 910 पर गलत तरीके से कब्जा किया गया और उस पर बिल्डिंग तैयार कर ली गई है। वहीं बगल में ही पीड़ित नरेंद्र कुमार की जमीन पड़ी है जिस पर दबंगों द्वारा पहले से ही बंजर जमीन कब्जा करने के लिए 15 सी का मुकदमा दायर करवा रखा है और उसकी जमीन को बंजर दिखाकर दबंग उस पर कब्जा करना चाह रहे हैं। दरअसल पूरा मामला गंगागंज के पास का है।
जिसमें पीड़ित नरेंद्र कुमार बताया कि मेरी भूमि धरी जमीन घाटा संख्या 906/0.235, 907/0.031, 908/0.038 और 909/0.098 ग्राम सभा शोरा के अंतर्गत नेशनल हाईवे पर स्थित है। वही मेरे घाटा संख्या कि बगल में ही 911 और 910 गाटा भी स्थित है जो सरकारी अभिलेखों में बंजर दर्ज है। गांव के ही हीरा लाल जो लेखपाल संघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं, के द्वारा मेरे जमीन के सामने नेशनल हाईवे लखनऊ प्रयागराज गुजरता है। रोड के उस पार गाटा 497 स्थित है। उस गाटा में इनका 15 बिस्वा का प्लाट है जिसमें से इन्होंने तो विश्वा पूर्व में गलत तरीके से 911 में ट्रांसफर करा लिया था और कहा था कि 497 मेरा मकान बना हुआ है।
मेरी बूढ़ी मां को आने जाने में समस्या होती है, इसलिए मैं दो विश्वा वहां छोड़ रहा हूं और मुझे 911 में दो विश्वा दे दिया जाए जबकि हकीकत में वहां पर ऐसा कोई भी मकान नहीं बना है। इन्होंने एक कुचक्र रच कर 911 और 910 पर कब्जा करके बिल्डिंग बना ली है और अब इनके द्वारा मेरी पुश्तैनी जमीन पर बंजर दिखाया जा रहा है, क्योंकि यह तहसील में लेखपाल के पद पर रह चुके हैं। गलत प्रकार के हथकंडे अपनाते हुए और तहसील के उच्चाधिकारियों को भी गुमराह करते हुए सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। यह आरोप पीड़ित की तरफ से बराबर लगाए जा रहे हैं। उसका कहना है अगर निष्पक्ष जांच करा ली जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ जाएगा।
साहब! मेरी भूमिधरी जमीन दिला दोः नरेन्द्र कुमार
तहसील प्रशासन रायबरेली में भू माफियाओं द्वारा रचा गया है जिसमें जमीन की ट्रांसफर को लेकर ऐसी हेराफेरी की गई है जिसमें एक गरीब असहाय किसान नरेंद्र कुमार इन माफियाओं के चंगुल में फंस गया है। भू माफियाओं द्वारा जहां सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है, उस पर बिल्डिंग बना ली गई है। वहीं अपने को पाक साफ दिखाने के लिए भू माफियाओं द्वारा पीड़ित की भूमि धरी जमीन को तहसील प्रशासन के बंजर घोषित करवाने की पूरी प्रक्रिया चलाई जा रही है।
क्या कहती हैं तहसीलदार अमिता यादव?
मामला मेरे संज्ञान में है सरकारी जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता है। चाहे वह जितना भी रसूखदार हो। जांच करवाई जा रही है। एक लोगों के ऊपर 15 सी का मुकदमा विचाराधीन है। जिसने भी सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। जांच की जा रही परिणाम आने के बाद उसके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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