शादी वाले दिन पिता गायब, ग्रामीणों ने बिटिया के हाथ किये पीले
शादी वाले दिन पिता गायब, ग्रामीणों ने बिटिया के हाथ किये पीले
दो साल पहले आकाशीय बिजली से हुई थी मां की मौत
जितेन्द्र सिंह चौधरी
सिंधोरा, वाराणसी। स्थानीय क्षेत्र के भरतपुर गांव में बीती रात आयी बारात के स्वागत से लेकर बिटिया के विदाई तक ग्रामीणों ने किये। यही नहीं, शादी में तय उपहार को ग्रामीण ने आपसी सहयोग से किया। मालूम हो कि बिटिया के पिता नन्दलाल राजभर उर्फ सिपाही शादी वाले दिन ही घर छोड़ फरार हो गये तो माँ की मौत दो साल पूर्व आकाशीय बिजली के चपेट मे आने से मौत हो चुकी है। ग्रामीणों ने शादी का पूरा खर्चा उठाया जिसकी चर्चा व्यात है।
भरतपुर निवासी होमिओपैथी चिकित्सक डा. आर.बी. यादव के अनुसार नन्दलाल राजभर उर्फ सिपाही की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। अपनी इकलौती बेटी की शादी खरदहा चोलापुर निवासी गरीब राजभर के बेटे छोटू राजभर के साथ तय की थी। रविवार को बारात आयी थी। घर पर शादी की तैयारी चल रही थी। पिछले काफी दिनों से शादी में तय उपहार सहित अन्य खर्च को लेकर सिपाही तनाव में रहता था। सुबह बिना बताए घर छोड़कर कहीं चला गया। सिपाही के घर पर न रहने की खबर गांव में फैल गयी। तरह-तरह की चर्चा होने लगी। गांव के बुजुर्ग की पहल पर शादी धूमधाम से शादी सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी ली गयी। ग्रामीणों के अनुसार गांव के एक बस्ती में गरीब लड़की की शादी है। लड़की का पिता सुबह ही बिना बताए कहीं चला गया। लड़की की मां की आकाशीय बिजली से दो वर्ष पूर्व मौत हो चुकी थी। बाप द्वारा शादी की कोई तैयारी नहीं की गई थी। घर में अन्य कोई सदस्य भी नहीं हैं। तब श्री परदेशी यादव, मोहन यादव, बबलू यादव, अशोक यादव, महेश प्रजापति, बृजेश प्रजापति सहित अन्य लोगों ने मिलकर गांव की इज्जत को अपनी इज्जत समझकर दहेज के लिए मोटरसाइकिल के अलावा बेड, गद्दा, फैन आदि सभी जरूरी सामान व भोजन उपलब्ध करवाये। रात 9 बजे द्वारपूजा के लिए बारात आ चुकी थी। धूमधाम से विवाह का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। सभी ने बहुत ही कम समय में सबके सहयोग से अच्छी व्यवस्था कर दिखाये। वर पक्ष को जब जानकारी हुई तो उपहार लेने से मना कर दिया लेकिन ग्रामीणों के अनुरोध पर लिये। ग्रामीणों की पहल को लेकर क्षेत्र मे चर्चा व्याप्त है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।