अयोध्या में खपाये जा रहे थे 5 सौ के नकली नोट, चार गिरफ्तार
अयोध्या में खपाये जा रहे थे 5 सौ के नकली नोट, चार गिरफ्तार
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। देश में करेंसी की अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने नोटबंदी की लेकिन अब देश विरोधी तत्वों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है। रामनगरी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सुरक्षा के साथ खुफिया तंत्र की भी नींद उड़ा दी है। कोतवाली नगर पुलिस ने 5 सौ रुपये की फर्जी करेंसी बरामद की है। ये नोट देखने में 5 सौ रुपये के वास्तविक नोटों की भांति ही हैं।
ये नोट पश्चिम बंगाल से लाए गए थे। बुधवार को एसपी सिटी मधुबन सिंह ने पत्रकार वार्ता में इस गिरोह के बारे में जानकारी साझा की। साथ ही बताया कि पकड़े गए लोगों में रौनाही के बभनियावां निवासी सत्येंद्र सिंह, खिरौनी निवासी सचिन सिंह, पूराकलंदर के दौलतपुर निवासी कसान सहित सुल्तानपुर जिले के कुड़वार अजुही निवासी मोहम्मद स्वाले उर्फ नन्हें खां तथा लईक अहमद शामिल हैं जिनके पास से 29 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं। इन नोटों के बांग्लादेश से भारत में पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है जिसके पीछे भारत विरोधी तत्वों का हाथ है। इस मामले में एटीएस के बाद एनआईए का भी सहयोग लिया जाएगा।
परिक्षेत्र में खपा चुके हैं 4-5 लाख रूपये
पकड़े गए अभियुक्तों में लईक और नन्हें खां नकली नोट के तस्कर हैं। सत्येंद्र, सचिन और कसान की मदद से यह नकली नोट चलाने का कार्य करते थे। अभियुक्तों के अनुसार उन्होंने अयोध्या, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर व अमेठी जिले में 5-5 सौ के नोट वाले चार से पांच लाख रुपये खपा दिए गए हैं। रामनगरी में आकर यह एक बैंक में इसे जमा करने का भी प्रयास कर रहे थे लेकिन बैंककर्मियों की सतर्कता से पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया जिनसे पूछताछ के बाद अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई तथा कुछ और नाम भी प्रकाश में आए हैं।
40 हजार रूपये में लाते थे एक लाख के नकली नोट
लईक और नन्हें पश्चिम बंगाल से 40 हजार रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट प्राप्त करते थे। यहां लाकर वह 50 से 70 हजार रुपये में इसे चलाने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों को प्रदान करते थे।
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