फिरौती वसूलने वाला दरोगा निलम्बित
फिरौती वसूलने वाला दरोगा निलम्बित
मोहित शर्मा
आगरा। वारण्टी बताकर घर से उठाकर अवैध वसूली के आरोप में फंसे चौकी इंचार्ज पदम प्राइड देववृत्त पांडेय को डीसीपी सिटी विकास कुमार ने निलम्बित कर दिया है। दरोगा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी। विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की गई है। दरोगा के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि उसने निर्दोष को वारण्टी बताकर छह घंटे अवैध हिरासत में क्यों रखा। सौंठ की मंडी निवासी जमील ने इस संबंध में पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी।
इंस्पेक्टर सिकंदरा आनंद कुमार साही से घटनाक्रम की जानकारी ली गई। उनकी रिपोर्ट के आधार पर डीसीपी सिटी विकास कुमार ने दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की है। जमील को वारण्टी बताकर चार जनवरी को उठाया गया था। जबकि वारण्ट किसी दूसरे जमील का था। निर्दोश जमील ने अपना आधार कार्ड और पैनकार्ड दिखाया। बताया कि उसके पिता का नाम दूसरा है। आरोप है कि दरोगा ने एक नहीं सुनी। चौकी पर पिटाई तक लगाई। जेल भेजने की धमकी दी। पुलिस के कथित दलाल हाजी ने जमील को छुड़वाया। बीस हजार रुपये में सौदा हुआ था। दस हजार रुपये मौके पर ले लिए गए थे। दस हजार रुपये रह गए थे।
हाजी तगादा कर रहा था। डीसीपी सिटी ने कथित दलाल के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पीड़ित जमील से हाजी के खिलाफ तहरीर मांगी गई है। ताकि उसके खिलाफ मुकदमा लिखा जा सके। अधिकारियों को यह जानकारी भी हुई कि हाजी की हरकतों के चक्कर में पूर्व में भी एक दरोगा निलंबित हुआ था। वह पुलिस वालों से पहले दोस्ती करता है। उनके साथ उठता-बैठता है। बाद में उन्हें कमाई का रास्ता दिखाता है। उसमें अपना हिस्सा भी लेता है। हाजी के खिलाफ पहले से कई मुकदमे है। हाजी का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वह वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसके कारण पूर्व में हरीपर्वत थाने के एक दरोगा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई हुई थी।
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