आखिरकार राजेन्द्र शुक्ला को हटाकर शिखा शंखवार को बना दिया गया उपजिलाधिकारी सदर
आखिरकार राजेन्द्र शुक्ला को हटाकर शिखा शंखवार को बना दिया गया उपजिलाधिकारी सदर
राजेन्द्र के शागिर्द रहे दर्जनों कमाऊ पूतों में मचा हड़कम्प
संदीप पाण्डेय
रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने तहसीलों में फैले मकड़जाल को भेदने में असफल कुछ एसडीएम के कार्यक्षेत्रों में बदलाव किया है।
उल्लेखनीय है कि सदर तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ तेजस टूडे ने मुहिम चलाई। तहसील में होने वाले फर्जीवाडे़ और तथाकथित कर्मचारियों द्वारा होने वाली अवैध वसूली के विरुद्ध लगातार खबरें प्रकाशित की जा रही थी जिसका असर हुआ कि तथाकथित कर्मचारियों के ऊपर नकेल नहीं कस पाने के कारण डीएम ने फेरबदल करते हुए सदर में तैनात एसडीएम राजेंद्र शुक्ला को यहाँ से हटाकर सलोन भेज दिया और सलोन में न्यायिक मजिस्ट्रेट शिखा शंखवार को सदर का नया एसडीएम बना दिया।
सलोन में तैनात आशाराम वर्मा को डलमऊ और वहाँ तैनात आशीष मिश्रा को ऊंचाहार तहसील की कमान सौंपी है। फिलहाल डीएम द्वारा सदर तहसील से राजेंद्र शुक्ला को हटाए जाने से जनहित के फैसले की खूब सराहना हो रही है परन्तु राजेंद्र शुक्ला के शागिर्द रहे दर्जनों कमाऊ पूतों में हड़कम्प मच गया है।
फर्जीवाडे़ व तथाकथित कर्मचारियों के मकड़जाल को भेदना कड़ी चुनौती
नयी एसडीएम को तैनात किये जाने के बाद सदर तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने के साथ साथ फर्जीवाडे़ को रुकने की आस जगी है। शिखा शंखवार के सामने सरकारी पत्रावलियों में काम करने वाले तथाकथित कर्मचारियों के मकड़जाल को भेदना कड़ी चुनौती होगी।