मेडिकल कालेज में जल्द आरम्भ होगी एण्डोस्कोपी जांच
मेडिकल कालेज में जल्द आरम्भ होगी एण्डोस्कोपी जांच
मशीन के लिये भेजी जा चुकी डिमाण्ड, 15 दिनों में मिलने का आसार
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। एंडोस्कोपी की जांच के लिए अब मरीजो को भटकना नहीं पड़ेगा। अभी तक इसकी जांच के लिए मरीजों को लखनऊ जाकर रुपये खर्च करना पड़ता था। अब यह जांच कुछ दिनों में ही राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज दर्शननगर में उपलब्ध हो जाएगी। इस मशीन के लिए पिछले माह कालेज की तरफ से डिमांड का पत्र शासन व विभागीय उच्चाधिकारियों को भेजा गया है।
जिम्मेदारों की मानें तो मशीन मार्च के अंत तक आने आ जायेगी। चिकित्सकों की मानें तो जब मरीजों को काफी दिनों से उल्टी के साथ मुंह से ब्लड़ आना, नाक की हड्डी बढ़ना (साइनस), ग्रासनली (एसोफेगस) में दर्द या जलन, पेट में तेज दर्द और जलन, गले और छाती में छाले पड़ना, आंतों में तेज दर्द, लगातार कब्ज बना रहना, मल के साथ खून आने, गर्भाश्य की जांच, गंभीर सर्जरी से पहले होने वाली जांच, कान के पर्दे के रोगों की जांच के लिए एंडोस्कोपी करने की सख्त आश्यकता होती है। इन बीमारियों के इलाज के लिए मेडिकल कालेज में चिकित्सक उपलब्ध होने के बाद भी मशीन न होने से जांच नहीं हो सकती थी। इस वजह से डायग्नोस्टिक सेंटरों पर मरीजों को पांच से दस हजार रुपये तक देने पड़ते हैं।
स्पेशलिस्ट से ही करानी चाहिये जांच
एंडोस्कोपी हमेशा स्पेशलिस्ट चिकित्सक से ही कराना चाहिए। यह जांच मुंह में कैमरा लगी पतली नली डालकर की जाती है। ध्यान देने की जरुरत होती है कि नली डालने वाले रास्ते के अंगों को नुकसान व रगड़ न लगे। आमतौर पर एंडोस्कोपी करने में 45 मिनट से एक घंटे का समय लग सकता है लेकिन अगर आपरेशन की नौबत आती है तो यह समय दो घंटे का भी लग जाता है।
मार्चान्त तक मशीन आने की सम्भावना
डा. सत्यजीत वर्मा प्राचार्य राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज ने बताया कि मार्च माह के अंत तक मशीन आ जाने की संभावना है। एंडोस्कोपी की जांच करने के लिए कालेज में तैनात चिकित्सक डा. एमसी पांडेय को प्रशिक्षण भी दिलवा दिया गया है। कालेज में यह सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को खर्च व भगदौड़ की परेशानी से बचाया जा सकेगा।
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