शिक्षा का अलख जगाना है, भारत भूमि को आगे बढ़ाना है…
शिक्षा का अलख जगाना है, भारत भूमि को आगे बढ़ाना है…
हम पढ़ेंगे,
हम पढ़ेंगे,
हम पढ़ेंगे और पढ़ाएंगे,
हम पढ़ेंगे।
एक नया भारत बनाएंगे,
घर घर शिक्षा दीप जलाएंगे,
रंगों से धरती सजाएंगे,
दुनिया में परचम फहराएंगे।
हम पढ़ेंगे,
हम पढ़ेंगे और पढ़ाएंगे,
हम पढ़ेंगे।
जन-जन से संपर्क रहे,
हर बच्चे पे नजर रहे,
ओहदे को अपने बढ़ाएंगे,
कुछ नया कर जाएंगे।
हम पढ़ेंगे,
हम पढ़ेंगे और पढ़ाएंगे,
हम पढ़ेंगे।
नाम रहेगा शिक्षा का,
जो मेरा हक और तेरा भी,
उजालों को पास लाएंगे,
अंधेरा दूर भगाएंगे।
हम पढ़ेंगे,
हम पढ़ेंगे और पढ़ाएंगे,
हम पढ़ेंगे।
आलोक कुमार
शिक्षक) रिंग रोड, कल्याणपुर, लखनऊ।
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