लगातार हो रही बारिश से जनपद का बांध हुआ फुल
लगातार हो रही बारिश से जनपद का बांध हुआ फुल
जयेश बादल
ललितपुर। जनपद में लगातार हो रही बारिश के कारण शहरी क्षेत्र में बने हुए ब्रिटिश शासन काल का गोविंद सागर बांध लवा-लव भर जाने के कारण प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर बांध के गेटों को खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी गई है। पानी की निकासी शुरू होते ही निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया, जो अब निचले इलाकों में परेशानी का सबब बनता दिखाई दे रहा है।
हालांकि प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड़ पर है और पल-पल की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। क्योंकि जनपद में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार मूसलाधार बारिश के कारण जनपद के अधिकतर इलाकों में हालात खराब हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से यहां के बांध तालाब पोखरे नदी-नाले लबालब हो गए हैं और अधिकतर बांधों के गेटों को खोलकर पानी की निकासी की जा रही है, जो निचले इलाकों में परेशानी का सबब बनी हुई है। सोमवार को सुबह सुबह शहरी क्षेत्र में स्थित गोविंद सागर बांध के करीब 15 गेटों को छह-छह फीट खोलकर पानी की निकासी शुरू कर दी गई थी। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा सहजाद नदी के निचले इलाकों में अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। बांध से बड़ी मात्रा में हो रही पानी की निकासी से शहर को बांटने वाली नदी पर बना हुआ नदीपुरा का पुल भी पानी में पूरी तरह डूब चुका है और पुल के ऊपर करीब 6 फीट पानी बह रहा है जिस कारण शहर दो हिस्सों में बांट कर रह गया है।
शहर के निचले इलाके नदी पुरा सहित तमाम इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। इसके साथ ही संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा नदी की सफाई में कोताही बरती गई, जिससे नदी की जलकुंभी भी नदी के पुल में फंस गई जिस कारण उफान की स्थिति बनी रही। हालांकि नदी के निचले इलाकों में कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण कर अपने भवनों का निर्माण करा लिया गया, जबकि प्रशासन द्वारा चिन्हित स्थान तक ही निर्माण किया जाना था लेकिन अतिक्रमण कर कराए गए निर्माण भी पानी में डूब गए हैं जिस कारण लोगों को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा। आधे से ज्यादा शहर का संपर्क बाहरी इलाकों से इसलिए कट गया है, क्योंकि बयाना नाला का निर्माणाधीन पुल भी पानी में डूब गया है जिस कारण इलाइट चौराहे की तरफ जाने वाली तमाम रास्ते बंद हो चुके हैं। इसके साथ ही नदी पुरा का पुल बांध की निकासी के कारण पानी में डूब चुका है जिस कारण शहरी क्षेत्र से नदी पुरा की तरफ जाने वाले तमाम रास्ते बंद हो चुके हैं। शहर को विभाजित करने बाली शहजाद नदी में बाढ़ के हालात बनने से निचले इलाके डोंडाघाट, रावतयाना नदीपुरा रामनगर बजरिया जैसे मुहल्लों के कई घरों में पानी भरने से इलाके में रहने वालों का काफी नुकसान हो गया उनके घर गृहस्ती का सामान पानी में डूब कर खराब हो गया। हालांकि पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के अधिकारी जनपद के ताजा हालातों पर पल-पल निगाह बनाए हुए हैं और पुलिस बल भी तैनात किया गया है।