पहाड़ी क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराया, पानी के लिए भटकने को मजबूर लोग
राकेश नालंदा, बिहार। शरीफ नगर निगम क्षेत्र के बड़ी पहाड़ी इलाके में इन दिनों पेयजल संकट गहरा गया है लोग पेयजल के लिए परेशान है इस इलाके के करीब पन्द्रह हजार आवादी पेयजल संकट से प्रभावित है। इस बाबत नगर निगम के पदाधिकारी से भी शिकायत की गई है लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। बताते चले की बड़ी पहाड़ी इलाका पहाड़ की तलहटी में बसा है। यहां बोरिंग नहीं होता है। लोग पम्प हाउस से जलापूर्ति पर निर्भर हैं। पंचाने नदी के किनारे बसे वियावानी गांव स्थित पम्प हाउस से जलापूर्ति की जाती है लेकिन पिछले 10-15 दिनों से बड़ी पहाड़ी इलाके में जलापूर्ति प्रभावित है। जिसकी मुख्य वजह वियावानी पम्प हाउस (नया) में नये आपरेटरों की तैनाती है।
ऑपरेटर निर्धारित समय से पम्प हाउस को नहीं चलाते हैं। मोहल्लेवासियों का कहना है की पहले पम्प हाउस में स्थानीय आपरेटर तैनात थे जो सुबह शाम नियमित ढंग से मोटर चलते थे जिससे घरों में पानी ठीक ढंग से पहुंच रहा था लेकिन अब पम्प हाउस मेें चोरसुआ (गिरियक) के आपरेटर की तैनाती की गयी है। जो समय से पम्प हाउस को नहीं चलाते हैं। पम्प हाउस चलाने के निर्धारित समय पर लापता रहते हैं। इस बाबत जब आपरेटरों से बात की गई तो उनका कहना है कि बिजली नहीं रहने के कारण पेयजल संकट है। मोहल्लेवासियों ने पम्प हाउस पर पुन: स्थानीय ऑपरेटरों की तैनाती की मांग की है। ताकि लोगों को समय पर पानी मिलता रहे। बड़ी पहाड़ी इलाके के मंसूर नगर मगध कॉलोनी एवं छोटी पहाड़ी मुहल्ले में जल संकट है इस समसस्या को लेकर लोगों की दिनचर्या खराब हो गयी है वियावानी पम्प हाउस की स्थापना पेयजल संकट से अति प्रभावित क्षेत्र मंसूर नगर इलाके में नियमित जलापूर्ति करना था लेकिन नगर निगम के पदाधिकारियों व कर्मियों की लापरवाही से लोग पेयजल संकट झेल रहे हैं।
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