रात्रि में गौशालाओं का करें औचक निरीक्षण: नोडल अधिकारी
सहभागिता योजना में दिये गये गोवंशों का करें सत्यापन
अंकित सक्सेना
बदायूँ। विकास भवन सभागार में गोवंश संरक्षण प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए विशेष सचिव परिवहन व नोडल अधिकारी खेमपाल सिंह ने अधिकारियों से कहा कि वह रात्रि में गौशालाओं का औचक निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि गायों को दूध निकालने के बाद चारे के लिए ग्रामों में ना छोड़ा जाए इस हेतु जनजागरूकता और प्रचार प्रसार कराएं। उन्होंने गौ-संरक्षण में जनपद में कराए गए कार्यों की प्रशंसा की व सभी को बधाई भी दी। उन्होंने जनपद में नंदियों के लिए आश्रय स्थल बनाए जाने के लिए भी कहा। जनपद के गौ-संरक्षण के लिए नोडल अधिकारी व विशेष सचिव परिवहन उत्तर प्रदेश शासन खेमपाल सिंह ने कहा कि कोई भी गोवंश निराश्रित ना रहे यह हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उन्हें आज किए गए भ्रमण में जंगल में कोई भी गोवंश घूमता हुआ नहीं दिखा। उन्होंने उपस्थित सभी खंड विकास अधिकारियों व अधिशासी अधिकारी नगर निकायों से कहा कि वह सहभागिता योजना अंतर्गत दिए गए गोवंशों का सत्यापन नियमित रूप से करें। उन्होंने कहा कि चारागाह में नेपियर ग्रास या जलवायु व मिट्टी के हिसाब से उसमें फसल बोई जाए तथा चारागाह के चारों ओर वृक्षारोपण भी कराया जाए। मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने गौ-संरक्षण में जनपद की प्रगति आख्या रखते हुए बताया कि गत 01 नवंबर से 31 दिसंबर तक अभियान चलाया गया। अभियान में दस्ते बनाकर 5710 गोवंश को पकड़कर संरक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में 276 गौशालाएं हैं जिनमें से 268 की जिओ टैगिंग की जा चुकी है शेष 08 की प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गौशालाओं की स्थापना व संरक्षण में जनपद बदायूं अग्रणी जिलों में आता है। जनपद में 35989 गोवंश संरक्षित हैं। इस अवसर पर अपर जिला अधिकारी प्रशासन वीके सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मोहर सिंह आदि उपस्थित रहे।
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