ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी हर बीमारी की जड़: डॉ. दीक्षा
ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी हर बीमारी की जड़: डॉ. दीक्षा
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। सेराजेम में रविवार को स्पाइन डे जागरूकता दिवस मनाया गया। इसमें सैकडों प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने नरवस सिस्टम का तो किसी ने वी फोर मशीन का चार्ट बनाया। प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। दम्पतियों ने थैरेपी मैनुअल और ऑटोमेटिक मशीनों से लिया। हर बीमारी की जड़ एक ही है- ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी। इसी को ही ठीक करना इस थैरेपी का मुख्य काम है, ताकि वे हर तरह के रोगों से मुक्त हो जाएं। वरिष्ठ सलाहकार डॉ. दीक्षा त्रिपाठी बतातीं हैं कि रीढ़, शरीर की सबसे महत्वपूर्ण हड्डियों में से एक है।
रीढ़ की हड्डी शरीर की मुद्रा को ठीक बनाए रखने के साथ संरचनात्मक और बेहतर संतुलन प्रदान करने में सहायक होती है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में इससे संबंधित विकार बढ़ते हुए देखे जा रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, बिगड़ती लाइफ स्टाइल के कारण रीढ़ को काफी नुकसान पहुंच रहा है। इसके कारण गर्दन से लेकर कमर तक के हिस्सों में दर्द और तंत्रिकाओं की कई तरह की समस्याओं के बढ़ने का खतरा हो सकता है। ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज के अनुसार, पीठ के निचले हिस्से में दर्द दुनियाभर में तेजी से बढ़ती समस्या है, इसके लिए रीढ़ की समस्याओं को प्रमुख कारण माना जा रहा है।
रीढ़ की बढ़ती दिक्कतों के जोखिम और इससे बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 16 अक्तूबर को वर्ल्ड स्पाइन डे मनाया जाता है।जमाल साहब, मैनेजर शीला, हरीश, पूजा, नेहा आदि ने बताया कि डब्ल्यूएचओ मानना है कि हम तीन तरीके से स्वस्थ रह सकते हैं। हमारे शरीर में बीमारियों का मुख्य कारण ब्लड सर्कुलेशन है। मिलावटी चीजों ने लोगों का स्वास्थ्य खराब कर दिया है। इससे मोटापा, ब्लड प्रेशर, शुगर, जोड़ों में दर्द, कैंसर, एसीडीटी, हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं।
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