अपनी करतूतों पर लगाम नही लगा पा रहे जिला अस्पताल के चिकित्सक | #TEJASTODAY
अमित तिवारी
जौनपुर। उमानाथ सिंह जिला अस्पताल के कुछ चिकित्सको की मनमानी चरम सीमा को भी लांघने लगी है।अभी चंद रोज पूर्व भाजपा विधायक के फटकार लगाने के बावजूद अस्पताल के चिकित्सकों के क्रिया कलापों में कोई बदलाव नही हो रहा है जिसका जवाब अस्पताल के जिम्मेदारों को देना पड़ रहा है।
बुधवार सुबह लगभग साढ़े 10 से 11 बजे के बीच कुछ ऐसा ही वाकया हुआ।नाम ना बताने की शर्त पर अस्पताल के एक कर्मचारी ने मीडिया को बताया कि, ओपीडी के 13 नंबर रूम के चिकित्सक डॉ डीएस यादव की मनमानी चरम पर है। डॉ डीएस यादव सभी मरीजो को अस्पताल के बाहर की दवा लिख रहे हैं।
ऐसे में जब अचानक एक मरीज जितेंद्र कुमार 25 वर्ष निवासी पराउगंज, जौनपुर को बुलाया गया जो डॉ डीएस यादव से स्वाथ्य संबंधी इलाज का परामर्श लेकर ओपीडी रूम से बाहर निकल रहा था। जब उसका पर्चा देखा गया तो मरीज के पर्चे पर एक भी दवा अस्पताल के अंदर की नही थी इसके विपरीत पांच से छ दवा अस्पताल के बाहर की लिखी गयी थी।इस दौरान के क्रिया कलापों का वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमे मरीज व पर्चा भी दिख रहा है।अस्पताल के पर्चे पर एक भी दवा नही लिखी गयी थी जबकि अलग से डॉ डीएस यादव द्वारा दिये गए पर्चे और बाहर की दवा लिखी गयी थी।
इस मामले का वीडियो देख उमानाथ सिंह जिला अस्पताल एक बार फिर चर्चाओं में रहा। अस्पताल की मनमानी के खिलाफ बदलापुर भाजपा विधायक रमेश मिश्रा की भी हनक कमजोर दिख रही है क्योकि इसी तरह का एक और मामला जिसमे प्राइवेट एम्बुलेंस के जरिये मरीजो से धन उगाही हो रही थी और उसके लिए भाजपा विधायक रमेश मिश्रा का रात साढ़े 10 बजे आकस्मिक निरीक्षण हुआ था। आखिर अस्पताल में ऐसी मनमानियां कम क्यो नही हो रही है, ऐसा माना जा रहा है कि, अस्पताल के जिम्मेदार कही ना कही से कमजोर साबित हो रहे है जिसका परिणाम मरीज भुगत रहे हैं।