शहनाईयों पर लगेगा कोरोना का ग्रहण | #TejasToday
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कोरोना काल में मांगलिक कार्यक्रमों की होगी खानापूर्ति
तेजस टूडे ब्यूरो
विशाल रस्तोगी
मिश्रिख, सीतापुर। गुरुवार से शहनाई गूंजनी शुरू हो गई, लेकिन कोरोना की नजर इस पर भी लग गई है। कुछ लोगों ने तो शादियों को स्थगित करने तक पर विचार करना शुरू कर दिया है। जिनके घर में मांगलिक कार्यक्रम दो-चार दिन ही शेष रहे गए हैं, उन्होंने न्योता बांटने में हाथ सिकोड़ लिए हैं। भीड़ से बचने के लिए कम लोगों को ही न्योता दिया है। कोरोना ने खुशियों पर संकट खड़ा कर दिया है। जनमानस धूमधाम से खुशियां भी नहीं मना पा रहा है। संक्रमण के डर से लोग भीड़भाड़ में जाने कतरा रहे हैं। मेजबान ज्यादा लोगों को बुलाने से तौबा कर रहे हैं। आलम यह है कि लोग 20-25 कार्ड बांटकर ही मांगलिक आयोजन निपटाए ले रहे हैं। कुछ ने तो शादी स्थगित करने पर भी मंथन शुरू कर दिया है। इसका असर रोजगार पर भी पड़ने लगा है। बड़े आयोजन स्थलों की बुकिंग निरस्त होने लगी हैं। बैंड, रवाइस, बग्घी आदि से भी लोग किनारा करने लगे हैं। कम संख्या में मेहमान होने के चलते लोग अब घरों या फिर हाल किराए पर लेकर शादी निपटाने पर विचार करना शुरू कर दिया है। गेस्ट हाउस संचालक पेमेंट में कमी करके इस समस्या की काट निकालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में बात नहीं बन रही है। एडवांस गम खाकर भी लोग बुकिंग निस्त करा दे रहे हैं।मछरेहटा के गांव फतेहनगर के राहुल पांडेय की शादी दो मई को है। एक बड़ी दवाई कंपनी में उच्च पद पर तैनात राहुल धूमधाम से शादी करना चाहते थे, लेकिन कोरोना ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। अब उनके पिता सुशील शादी को स्थगित करने पर मंथन कर रहे हैं।औरंगाबाद क्षेत्र के गांव दलेहरा के सर्वेश का 23 अप्रैल को तिलक है। उनके भाई राजीव शुक्ल कहते हैं मांगलिक कार्यक्रम टाला तो नहीं, लेकिन आमंत्रण की संख्या कम कर दी है। गांव-घर के लोगों को ही न्योता दिया है। कोरोना के चलते बाहर के रिश्तेदारों को सूचना नहीं दी गई है।नैमिषारण्य के उत्तर वार्ड निवासी आनंद तिवारी शादी 22 मई को है। वे बताते हैं कि कार्यक्रम में सिर्फ नजदीकी रिश्तेदारों को ही न्योता दिया है। कोरोना के चलते सब प्लानिंग बिगड़ गई है। चाहते हुए भी ज्यादा लोगों को नहीं बुलाया जा सकता।इस साल दिसंबर तक शहनाई गूंजने के लिए लग्न हैं। कई विद्वानप पण्डितों ने बताया कि अप्रैल में 22 और 24 से 30 तक लगातार लग्न हैं। मई में 1,2,7,8,9, 13,14,15,16 और 22 से 30 अनवरत लग्न हैं। उन्होंने बताया, जून में सिर्फ सात दिन ही शादी का मुहूर्त मिलेगा। 3,4,5, 16,20, 22,23 और 24 तरीख को मांगलिक आयोजन हो सकते हैं।जुलाई तो बहुत कम लग्न हैं। 1,2,7,13 और 15 को ही शहनाई गूंज सकती है। अगस्त और सितंबर में विवाह के मुहूर्त नहीं है। नवंबर में 15,16,20,21, 22,28,29 और 30 तरीख को शहनाई गूंजेगी है। दिसंबर में भी लग्न कम है। 1,2,6,7,11 और 13 मांगलिक आयोजन हो सकते हैं। कोरोना के चलते शादी पार्टियों के पैटर्न में भी बदलाव आ गया है। लोगों ने अलग-अलग समय पर मेहमानों को बुलाने का चलन शुरू कर दिया है। इसके लिए कार्डों पर टाइमिंग डालकर मुकर्रर वक्त पर ही आने का निवेदन किया जा रहा है। प्रिंटिंग संचालक आनंद कहते हैं कि उनके पास अब जो भी कार्ड छपने के लिए आ रहे हैं, उनमें टाइमिंग अलग-अलग छपवाई जा रही है। इससे कार्ड छापने के लिए बार-बार स्क्रीन तैयार करनी पड़ रही है।