नौ सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल जारी
मनोज कुमार
रजौली, नवादा (बिहार)। प्रखण्ड मुख्यालय स्थित अनुमण्डलीय अस्पताल रजौली में बुधवार को आशा कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चली गई है। जिससे सप्ताह, टीकाकरण, प्रसव व गर्भवती महिलाओं की जांच प्रभावित हो गई है। आशा कार्यकर्ताओ ने अनुमण्डलीय अस्पताल के प्रांगण में बैठ कर नारेबाजी कर रही है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आशा को आशा देकर निराश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एक हजार पर सातों दिन 24 घंटे काम कराया जाता है। कई राष्ट्रीय कार्यक्रम में काम करा कर मानदेय नही दिया गया। आगे बताया कि हमें सरकार सरकारी कर्मी घोषित करें। साथ ही 10 हजार रुपया मानदेय दें ताकि हम अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। उन्होंने कहा कि हमारी नौ सूत्री मांग जब तक सरकार नहीं मानती है। हम काम पर नहीं लौटेंगे। आशा फेसिलिटेटर मनोरमा देवी, उर्मिला देवी, ने बताया कि कोरोना के समय हम लोगों से काम कराया गया। जिस समय लोग घरो से निकलने में डरते थे। हम अपनी जान जोखिम में डालकर घर घर सर्वे का कार्य किया। ताकि सरकार की योजनाओं को पूरा करने के साथ लोगों को बचाया जा सके। आशा कार्यकर्ताओं की सजगता के कारण जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र में काफी अंतर आया। जिस पर सरकार अपना पीठ थपथपाने में लगी है। वही जो दिन रात धूप, बरसात व कड़कड़ाती ठंड में मेहनत किया। उसे उचित मजदूरी तक नहीं दिया जा रहा है। इस दौरान मुनि देवी,लता सिन्हा, सावित्री गुप्ता के साथ कई आशा कार्यकर्ताओ उपस्थित थी।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।