गर्मी बढ़ने के साथ ही छूटने लगा पसीना, दिखने लगा सन्नाटा
गर्मी बढ़ने के साथ ही छूटने लगा पसीना, दिखने लगा सन्नाटा
अप्रैल माह के दूसरे पखवारे में गर्मी दिखा रही असर
दोपहर के समय सड़कों में पसरने लगा सन्नाटा
रूपा गोयल
बांदा। अप्रैल माह के दूसरे पखवारे में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि सुबह 10 बजे के बाद से घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। आवागमन में लोगों को इन दिनों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं। इसके साथ ही शहर के किसी भी स्थान पर अभी तक पौशालाएं नहीं खोली गई हैं। राह चलते लोगों को गला तर करने के लिए इधर-उधर दुकानों का सहारा लेना पड़ रहा है।
मार्च के महीने से ही लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा था। लेकिन दोपहर को गर्मी और शाम होते ही मौसम का मिजाज ठंडा हो जाने की वजह से लोगों को राहत महसूस होती थी। अप्रैल महीने का दूसरा पखवारा शुरू होने के साथ ही गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। जबरदस्त गर्मी पड़ने की वजह से सुबह 10 बजे के बाद से लोग घरों से बाहर निकलने से अब कतराने लगे हैं। मजबूरन जो लोग अपने घरों से दोपहरी में बाहर निकल रहे हैं, उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि दोपहर के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरने लगा है। अप्रैल माह खत्म होते ही गर्मी में अभी और इजाफा होने की संभावना है।
ऐसे में लोगों का कहना है कि अबकी बार गर्मी में मुसीबतों का पहाड़ टूटेगा। खास बात यह है कि गर्मी बढ़ते जाने के साथ ही लोग परेशान हो रहे हैं। राहगीरों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह यह है कि अभी तक शहर के किसी भी स्थान पर पौशाला नहीं खोला गया है। राजनीतिक दलों के लोगों के साथ ही समाजसेवियों ने भी अभी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है। ऐसी स्थिति में राहगीरों को पीने का पानी सुलभ नहीं हो पा रहा है। मजबूरन वह नजदीक स्थित दुकानों में जाकर पेयजल प्राप्त कर रहे हैं, या फिर उन्हें पानी का पाउच खरीदकर प्यास बुझानी पड़ रही है।
गन्ने के जूस की हो रही जमकर बिक्री
बांदा। गर्मी के इन दिनों में लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए ज्यादातर गन्ने के जूस का सहारा ले रहे हैं। राह चलते लोगों का हलक सूखा तो वह नजदीक स्थित किसी दुकान में पहुंचकर पानी का पाउच खरीदकर प्यास बुझाते नजर आ रहे हैं, जबकि तमाम लोग गन्ने का जूस पीकर अपना हलक तर कर रहे हैं। गर्मी के दिनों में लोगों खासकर राहगीरों को पानी संकट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लोग ठंडे पेय, जूस या फिर पानी का पाउच या पानी की बोतलें खरीदकर अपनी प्यास बुझाते हुए नजर आते हैं। समाजसेवियों या प्रशासन की ओर से अभी तक पौशालाएं नहीं खुलवाई गई हैं।
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