‘सरेंडर’ हुए शिवपाल से आखिरकार अखिलेश को किस बात का है डर, कहीं ये वजह तो नहीं…

‘सरेंडर’ हुए शिवपाल से आखिरकार अखिलेश को किस बात का है डर, कहीं ये वजह तो नहीं…

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन किया। तमाम दल एक पाले में एक यूनिट के रूप में चुनाव लड़ते नजर आए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इससे पहले बड़े दलों के साथ गठबंधन किया था, जो प्रभावी नहीं रहा था। इस चुनाव में गठबंधन का स्वरूप बदला तो इसका फायदा पार्टी को बढ़े वोट प्रतिशत में दिखा। मुलायम परिवार भी इस चुनाव में अखिलेश यादव के पीछे खड़ा दिखाई दिया। खास तौर से अखिलेश के नाराज चाचा शिवपाल यादव। लेकिन, चुनाव खत्म होते ही शिवपाल यादव की नाराजगी की सूचना सामने आ रही है।

शिवपाल यादव अभी सरेंडर मोड में हैं। इसके बाद भी अखिलेश यादव की ओर से उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। समाजवादी पार्टी ने उन्हें इटावा के जसवंतनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। दरअसल, चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी और शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत शुरू हुई। शिवपाल ने सपा के साथ गठबंधन की इच्छा जताई। पहले उन्होंने 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का दावा किया। इसके बाद 50 सीटों पर आए। अंत में 32 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही। समाजवादी पार्टी ने शिवपाल के साथ गठबंधन तो किया, लेकिन केवल उन्हें ही टिकट दिया। इससे शिवपाल की टीम बिखड़ गई। अब समाजवादी पार्टी उन्हें अपना विधायक मानने से इंकार कर रही है।

शिवपाल खुद को बता रहे सपा का विधायक
शिवपाल यादव खुद को समाजवादी पार्टी का विधायक बता रहे हैं। आधिकारिक तौर पर वे समाजवादी पार्टी के सिंबल साइकिल छाप पर चुनाव लड़े और जीते हैं। सपा की ओर से भी अपने विधायकों की संख्या 111 बताई जा रही है। ऐसे में शिवपाल यादव आधिकारिक तौर पर सपा के ही सदस्य के तौर पर चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं। ऐसे में समाजवादी पार्टी की ओर से उन्हें सहयोगी दल का बताया जाना एक अलग ही विवाद को जन्म दे रहा है। शिवपाल ने सपा विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि मैं तो सपा का ही विधायक हूं। पिछले दो दिनों से विधायक दल की बैठक में जाने के लिए आमंत्रण का इंतजार कर रहा था। लेकिन, हमें नहीं बुलाया गया। मैंने अपने तमाम कार्यक्रमों को स्थगित कर दो दिनों से लखनऊ में इसका इंतजार कर रहा था।

अखिलेश को कहीं ये डर तो नहीं
शिवपाल यादव वर्ष 2012 तक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कार्य किया था। शिवपाल सपा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर 13 सितंबर 2016 से 1 जनवरी 2017 तक रहे। इससे पहले वे अखिलेश कैबिनेट में मंत्री के तौर पर 15 मार्च 2012 से 24 अक्टूबर 2016 तक रहे। शिवपाल यादव अपने बड़े भाई मुलायम के काफी करीबी रहे हैं। मुलायम ने उन्हें अपनी कैबिनेट में भी स्थान दिया था। वे 6 सितंबर 2003 से 11 मई 2007 तक मुलायम कैबिनेट का हिस्सा रहे थे। मुलायम के करीबी होने के कारण संगठन पर उनकी पकड़ काफी मजबूत थी।

कार्यकर्ताओं में बढ़ेगी पैठ
मुलायम तक पार्टी कार्यकर्ताओं का संदेश पहुंचाने का कार्य करते थे। ऐसे में पार्टी के अंदर तक उनकी पकड़ है। ऐसे में अखिलेश को डर है कि कहीं अगर वे फिर से पार्टी में सक्रिय हुए तो कार्यकर्ताओं के बीच उनकी पैठ बढ़ेगी। समाजवादी पार्टी में वे अब किसी भी स्थिति में दो पावर सेंटर नहीं बनने देना चाहते हैं। शिवपाल यादव से इसी कारण सपा की दूरी बढ़ती दिख रही है। अखिलेश ने शिवपाल की पार्टी को पहले ही कमजोर कर दिया है। चुनाव में पार्टी के अस्तित्व को ही सवालों में ला दिया। ऐसे में अब शिवपाल को दोबारा उठकर खड़ा होने में दिक्कत होगी।

सपा ने दी ये दलील
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहा कि शनिवार को हुई बैठक समाजवादी पार्टी विधायक दल की बैठक है। इसमें दूसरे दलों के नेताओं को नहीं आमंत्रित किया गया है। उन्होंने दावा किया कि दूसरे दलों से सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले नेताओं को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया। शिवपाल यादव के आमंत्रण न दिए जाने पर मचे बवाल के बाद उनकी प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा के सहयोगी दलों की बैठक 28 मार्च को बुलाई गई है। इसमें सभी सहयोगी दलों के नेताओं को बुलाया जाएगा। पल्लवी पटेल को भी इसी बैठक में बुलाया जाएगा। वे अपना दल कमेराबादी की सदस्य हैं, लेकिन वे भी सपा के सिंबल पर जीती हैं। वे भी इस बैठक में मौजूद नहीं थी।
साभार एनबीटी

 

आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।

Happy Holi: Rahul Prajapati | Pavitra Flex & Press | Mob.: 9454714532, 8922834701

Job: Correspondents are needed at these places of Jaunpur

बीएचयू के छात्र-छात्राओं से पुलिस की नोकझोंक, जानिए क्या है मामला

Jaunpur News : 22 जनवरी को होगा विशेष लोक अदालत का आयोजन

Admission Open : M.J. INTERNATIONAL SCHOOL | Village Banideeh, Post Rampur, Mariahu Jaunpur Mo. 7233800900, 7234800900 की तरफ से जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर युवक ने ​खाया जहरीला पदार्थ | #TEJASTODAY चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। क्षेत्र के पारा कमाल गांव में पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर बुधवार की शाम युवक ने किटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया। आनन फानन में परिजनों ने उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। क्षेत्र के पारा कमाल गांव निवासी पिंटू राजभर 22 पुत्र संतलाल बुधवार की शाम पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर घर में रखा किटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया। हालत गंभीर होने पर परिजन उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया। जहां पर हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

Jaunpur News: Two arrested with banned meat

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Read More

Recent