आखिर किसकी सह पर सफाई कर्मचारी सलोन नगर पंचायत में सम्भाल रहे बाबू की कुर्सी…?
अमरेश व राजेन्द्र नाम के दो सफाई कर्मचारी बाबू की कुर्सी पर बैठकर दिन भर काटते हैं मलाई
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
रायबरेली। जिले की सलोन एक ऐसी नगर पंचायत है जहां पर चुनाव होने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष के जाती प्रमाण पत्र पर भले ही तलवार लटकी हुई है किंतु निर्वाचित चेयरमैन के चहेते नुमाइंदे नये कार्यकाल के चंद महीनों में ही मलाई काटते नजर आ रहे हैं। इसे सलोन नगर पंचायत का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि इस नगर पंचायत में चेहरे बदलते हैं किंतु कारनामे पूर्व के नगर पंचायत अध्यक्षों से भी बदतर होते जा रहे हैं। विदित हो कि अभी हाल ही में सलोन नगर पंचायत की आलमारी से संदिग्ध परिस्थितियों में पुराने अभिलेख गायब हो गए थे। उस मामले पर जिम्मेदार पर्दा डालने में सफल हो गए।। अब एक और कारनामे सलोन नगर पंचायत के जिम्मेदारों के सामने आये हैं। विदित हो कि राजेंद्र यादव और अमरेश मौर्या नाम के दो कर्मचारियों की नियुक्ति सलोन नगर पंचायत में सफाई कर्मचारी के पद पर हैं। इन दोनों सफाई कर्मचारियों को उपस्थित रजिस्टर पर भी हाजिरी नगर पंचायत क्षेत्र में सफाई के लिए लगती है किंतु मजे की बात तो यह है कि नगर पंचायत के जिम्मेदारों की सरपरस्ती के चलते दोनों कर्मचारी सलोन नगर पंचायत में बाबू का कार्यभार संभाल कर मलाई काट रहे हैं। नगर पंचायत के कार्यों में इन दोनों नौसिखिया बाबुओं के दखल होने की चर्चाओं का बाजार गर्म है। चर्चा यह भी है कि नगर पंचायत में चोरी हुए अभिलेखों में इन दोनों सफाई कर्मचारी से बाबू बनाये गये जय वीरू की जोड़ी की लापरवाही के चलते ही नगर पंचायत की पुरानी आलमारी में रखे अभिलेख भी गायब हुए थे। जिसमें इनकी ही लचर कार्यशैली साफ तौर पर उजागर हुई थी किंतु इन्हें भला कोई कुछ कैसे कह सकता है क्योंकि कथित ईमानदारी का चोला ओढ़े चेयरमैन साहब जो मेहरबान हैं जिससे गुरु मेहरबान तो चेला पहलवान बने हैं। सलोन नगर पंचायत के अन्य कर्मचारियों के साथ आखिर ये सौतेला व्यवहार क्यूं किया जा रहा है। यह एक सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न बना हुआ है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।