पनवारी गांव में शहीद हुये दो किसानों को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
पनवारी गांव में शहीद हुये दो किसानों को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी
ग्राम प्रधान व लेखपाल ने निभायी औपचारिकता
सचिन चौरसिया
ऊंचाहार, रायबरेली। स्थनीय तहसील क्षेत्र में लगान बंदी आंदोलन के दौरान क्षेत्र के दौलतपुर के पनवारी गांव में शहीद हुए दो किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था लेकिन इस आयोजन में कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। केवल लेखपाल और ग्राम प्रधान ने मिलकर श्रद्धांजलि देने की औपचारिकता निभाई है।
ज्ञात हो कि लगान बंदी आंदोलन के दौरान क्षेत्र के दौलतपुर पनवारी गांव के दो किसानों को तालुके दार के सिपाहियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इन किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 10 जनवरी को कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यह आयोजन जिला प्रशासन द्वारा होता रहा है। उसी क्रम में मंगलवार को श्रद्धांजलि के लिए समारोह आयोजित किया जाना था लेकिन गांव में कोई भी अधिकारी शहीद स्थल पर नहीं पहुंचा है।
दोपहर बाद क्षेत्रीय लेखपाल शहीद स्थल पर पहुंचे और ग्राम प्रधान को बुलाकर श्रद्धांजलि देने की औपचारिकता निभाई है। आजादी के अमर शहीदों के साथ जिला प्रशासन की बेरुखी को लेकर गांव के लोगों में खासा आक्रोश है। गांव के पूर्व प्रधान अमर बहादुर यादव ने बताया कि जिला प्रशासन आजादी के स्वाधीनता सेनानियों स्मृतियों को सजोने में रुचि नहीं ले रहा है जिसके कारण सेनानियों की न सिर्फ आत्मा दुखी है, अपितु उनके वंशजों में भी खासा आक्रोश है।
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