अभाविप ने की सेमेस्टर परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग
कुलपति को सम्बोधित ज्ञापन जेएन कालेज के प्राचार्य को सौंपा
तेजस टूडे ब्यूरो
रूपा गोयल
बांदा। अभाविप के प्रतिनिधि मंडल ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के कुलपति से संबोधित ज्ञापन गुरूवार को जवाहर लाल नेहरू महाविद्यालय के प्राचार्य केएस कुशवाहा को सौंपा। दिये गये ज्ञापन में विद्यार्थी परिषद ने सेमेस्टर परीक्षाओं को कुछ दिनों के लिए स्थागित कर शिक्षण कार्य पूर्ण होने के बाद संपन्न कराने की मांग की। है।
परिषद ने ज्ञापन के मध्यम से बताया कियूजीसी रेगुलेशन, राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम तथा समय-समय पर जारी शासनादेशों में एक सेमेस्टर में 15 सप्ताह या 90 दिन तक कक्षाएं संचालित करके कोर्स पूरा करने का प्रावधान है परंतु बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं मार्च प्रथम सप्ताह में समाप्त हो पाई है। साथ ही अप्रैल माह में भी नोडल केंद्रों पर परीक्षाएं कराई जा रही हैं और सम सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि भी 18 अप्रैल रखी गई है। विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं के अभी तक परीक्षा परिणाम नहीं दिए गए हैं। ऐसे में कोर्स पूर्ण करने की संभावना न के बराबर है। कुलसचिव बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी द्वारा पत्र शैक्षिक कैलेंडर का अनुपालन न करके मई और जून माह की भयंकर गर्मी जब लू (हीट वेब) चलती है, में परीक्षा कराने का निर्णय लेना छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य संकट में डालना है। लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 का चुनाव इस क्षेत्र में 20 मई को होना है। 20 मई तक लगभग सभी परीक्षा केंद्रों में चुनावी गतिविधियां जारी रहेगी। साथ ही शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में व्यस्त रहेंगे। ऐसे में शिक्षण गतिविधियां प्रभावित रहेगी।
बुंदेलखंड क्षेत्र उष्णकटिबंधीय (ट्रापिकल) क्षेत्र है। यहां अन्य क्षेत्रों के अपेक्षा अधिक तापमान रहता है। साथ ही गरीबी और आवागमन की उचित सुविधा न होने से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिक तापमान होने के कारण छात्राओं को लू लगने से पीड़ित होने की ज्यादा संभावना रहती है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में जो परीक्षा केंद्र हैं वहां अवसंरचनाओं की भारी कमी है बिजली, पंखा, पानी का अभाव है। ऐसे में मई के अंतिम सप्ताह और जून में जब चरम गर्मी होती है। परीक्षाओं का संचालन विद्यार्थियों के लिए बहुत कष्टकारी होगा। अभाविप आपसे आग्रह करती है कि महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र न घोषित कर शिक्षा केंद्र घोषित करें तथा विद्यार्थियों के हित में उचित कार्यवाही कर शासनादेश के अनुरूप शिक्षण कार्य व परीक्षाएं संपन्न करायीं जाय। इस अवसर पर प्रांत सह एसएफडी संयोजक दिव्यांशु मिश्रा, जिला संयोजक नीतीश निगम, नगर मंत्री आशीष पांडेय, स्वतंत्र साहू, नगर सह मंत्री कार्तिकेय गुप्ता आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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