राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने की शिक्षकों से ग्रेच्युटी विकल्प भराने की मांग
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने की शिक्षकों से ग्रेच्युटी विकल्प भराने की मांग
शिक्षक के साथ अनहोनी होने पर सरकार द्वारा डेथ ग्रेच्युटी में अधिकतम 20 लाख प्रतिपूर्ति का है प्राविधान
अब्दुल शाहिद
बहराइच। शिक्षक समस्याओं व उनके अधिकारों के प्रति संजीदा व सजग रूप से सक्रिय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को जिलाध्यक्ष आनन्द मोहन मिश्र के नेतृत्व में जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए सरकार द्वारा आकस्मिक या दुर्घटनावश मृत्यु होने की स्थिति में डेथ ग्रेच्युटी का लाभ दिए जाने हेतु इच्छुक शिक्षकों से ग्रेच्युटी विकल्प भराए जाने के संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा से विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जाने की मांग की।
इस बारे में जिला महामंत्री उमेश चंद्र त्रिपाठी ने मौजूद अधिकारीद्वय से कहा कि वर्तमान में ग्रेच्यूटी विकल्प चयन न करने की स्थिति में आज भी तमाम दिवंगत हुए शिक्षकों के परिजन कोर्ट कचहरी का चक्कर काट रहे हैं जबकि इस विकल्प का चयन किए जाने के उपरांत स्वतः उनके आश्रित परिजनो को जीविकोपार्जन हेतु सम्मानजनक राशि प्राप्त हो जाएगी।
इस संबंध में बीएसए व वित्त एवं लेखाधिकारी ने ज्ञापन में वर्णित बिंदुओं का अध्ययन कर नियमानुसार शीघ्र दिशा निर्देश जारी करने का आश्वासन संघ के पदाधिकारियों को दिया। प्रतिनिधिमंडल में जिला महामंत्री उमेश चन्द्र त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष सगीर अंसारी, संगठन मंत्री रवि मोहन शुक्ल, उपाध्यक्ष सुरूर अख्तर, मंत्री चंद्रेश कुमार नगर क्षेत्र, कोषाध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह, तजवापुर ब्लॉक संयोजक आशीष शुक्ल उपस्थित रहे।
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