बिना बुलाये जाने से नहीं मिलता सम्मान: आचार्य गोपाल नाथ
बिना बुलाये जाने से नहीं मिलता सम्मान: आचार्य गोपाल नाथ
संतोष तिवारी
मैनपुरी। बिछवा विकास खंड सुल्तानगंज क्षेत्र के ग्राम सहारा में स्थित मनकामेश्वर मंदिर पर चल रही श्रीराम कथा में बोलते हुए आचार्य गोपाल नाथ मिश्रा ने सती चरित्र की कथा का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि राजा दक्ष ने जब अपने यहां यज्ञ किया तो भगवान शंकर को छोड़कर बाकी सभी देवी देवताओं को निमंत्रण दिया। भगवान शंकर के बार-बार मना करने के बाद भी देवी सती राजा दक्ष के यहां गई और उन्हें अपने प्राण गंवाने पड़े। उन्होंने कहा कि कहीं भी बिना बुलाए नहीं जाना चाहिए बिना बुलाए जाने से सम्मान नहीं मिलता है। साथ ही अपमान का भी सामना करना पड़ता है।
शास्त्रों में इसके कई अनेक उदाहरण हैं। शास्त्रों में कुछ जगह ऐसी बताई गई है जहां बिना बुलाए भी जा सकते हैं जहां भगवान की कथा होती हो गुरु के यहां मंदिर आदि जगहों पर बिना बुलाए भी जा सकते हैं। इसके अलावा हमें कहीं भी बिना बुलाए नहीं जाना चाहिए। इसका प्रमाण हमें रामचरितमानस से भी मिलता है। इस अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। सती चरित्र की कथा को सुनकर भाव विभोर हो हो गये।
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