गुरू मेडिकल स्टोर पर स्वास्थ्य महकमा मेहरबान क्यों?
गुरू मेडिकल स्टोर पर स्वास्थ्य महकमा मेहरबान क्यों?
मेडिकल स्टोर परिसर में पड़े डिस्पोजल सिरेंज बता रहे हकीकत
विशाल रस्तोगी
सीतापुर। पिछले 15 सालों से एक मेडिकल स्टोर में नर्सिग में संचालित हो रहा है। लिखा पढ़ी में गुरू मेडिकल स्टोर है लेकिन कहा जा रहा है गुरू नर्सिग होम। बात हैरान करने वाली है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कहते है कि मेडिकल स्टोर के लाइसेन्स पर नर्सिग होम नहीं खुल सकता है तो वहीं कसरैला में खैराबाद मार्ग पर शिवबालक शुक्ला नामक ने पहले गुरू मेडिकल स्टोर के नाम से मेडिकल स्टोर खोला। उसके बाद अब उसने मेडिकल स्टोर की आंड में नर्सिग होम का संचालित करना शुरू कर दिया है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। गुरू मेडिकल स्टोर के कारनामे स्वास्थ्य विभाग के दावों में पलीता लगा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की चुप्पी अपनी गरिमा पर खुद कालिख पोत रही है। चर्चा यह भी है कि गुरू र्मेिडकल स्टोर को आखिर इतने बड़ा गुनाह करने के लिये छूट क्यों दे रखी गयी है? स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई ठोस कार्यवाही क्यो नहीं की जा रही है?