कोविड-19 और मीडिया पर वेबिनार का हुआ आयोजन | #TEJASTODAY
चिकित्सकों ने कोविड-19 के लक्षणों और बचाव पर विस्तार से रखी बात
जौनपुर (सं.) 24 सितम्बर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग और प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को कोविड-19 और मीडिया विषयक वेबिनार का आयोजन किया गया।
वेबिनार की मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि कोविड-19 ने समाज के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया ने कोविड-19 से जुड़ी हर जानकारी पहुँचाई है। इस दौर में मीडिया ने अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाया है। चिकित्सकों की सलाह भी जन-जन तक मीडिया के माध्यम से ही पहुंची है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने के लिए सामाजिक नहीं शारीरिक दूरी बनाए रखने की जरूरत है।
अध्यक्षीय संबोधन में पीआईबी लखनऊ के अतिरिक्त महानिदेशक आरपी सरोज ने कहा कि कोविड-19 से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत है। संक्रमित होने पर चिकित्सक की सलाह से ही दवाओं को लेना चाहिये। कोविड-19 के प्रति लोगों को जागरूक करने में मीडिया बड़ी भूमिका अदा कर रही है, जो सराहनीय है। विशिष्ट अतिथि सेंटर फॉर मास कम्युनिकेशन राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर संजीव भानावत ने कहा कि मीडियाकर्मियों ने कोविड-19 के दौर में जान की बाजी लगाकर लोगों को सूचना पहुंचाई है। उन्होंने महामारी के समय पीआईबी के योगदान की सराहना की।
किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर डा. सूर्यकांत ने कहा कि मीडिया न होता तो समाज में कोविड-19 का भयावह रूप दिखाई देता। जनता को जागृत करना सबसे बड़ी वैक्सीन है। उन्होंने भारतीय चिकित्सकों के योगदान पर प्रकाश डाला। लखनऊ के चिकित्सक डा. निरुपम प्रकाश ने कहा कि कोविड-19 से लड़ने के लिए जागरूकता की बहुत जरूरत है। उन्होंने कोविड-19 के लक्षणों और बचाव पर प्रकाश डाला।
वेबिनार के संयोजक जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. मनोज मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन पीआईबी लखनऊ के डिप्टी डायरेक्टर डा. श्रीकांत श्रीवास्तव ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डा. सुनील कुमार ने किया। कार्यक्रम में प्रो. मानस पांडेय, प्रो. अशोक श्रीवास्तव, प्रोफेसर अजय द्विवेदी, प्रो. रामनारायण, प्रो. बीडी शर्मा, प्रो. देवराज, डा. राजकुमार, रवि शंकर शर्मा, डा. सुरजीत यादव, डा. प्रमोद यादव, डा. सुनीता सिंह, डा. तनु डंग, डा. तरुणा गौड़, दर्शन साहू, डा. दिग्विजय सिंह राठौर आदि ने प्रतिभाग किया।