मन्दिर में नहीं मिलेगा अब वीआईपी ट्रीटमेन्ट
मन्दिर में नहीं मिलेगा अब वीआईपी ट्रीटमेन्ट
आम श्रद्धालुओं की तरह करेंगे प्रवेश
आरके धनगर
मथुरा। जन्माष्टमी पर मंगला आरती में हुए हादसे के बाद शासन ने उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन कर पन्द्रह दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है। जिसको लेकर रविवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव अधीनस्थों के संग ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए मंदिर परिसर के चप्पे चप्पे का निरीक्षण कर सीसीटीवी की गुणवत्ता के बारे में जानकारी हासिल की है।
वहीं उन्होंने मंदिर में श्रद्धालुओं को राहत और सुरक्षा देने के उद्देश्य से आसपास की गलियों में प्रवेश और निकास के रूट तय करने पर अधिकारियों ने मंदिर प्रबंधन के साथ मिलकर समीक्षा की। ठा. बांके बिहारी मंदिर की घटना के बाद एक बार फिर से व्यवस्थाओं में सुधार लाने के लिए मंदिर क्षेत्र का चप्पा-चप्पा छानने के लिए रविवार की दोपहर डीएम और एसएसपी बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे और मंदिर प्रबंधकों के साथ मंदिर के अंदर, बाहर चबूतरे पर तथा गलियों में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकास पर चर्चा कर जानकारी की। ठा. बांकेबिहारी मंदिर पहुंचे डीएम नवनीत चहल ने कहा मंदिर क्षेत्र के प्रत्येक पाइंट को बारीकी से देखा जा रहा है। व्यवस्था में और क्या कर सकते हैं, इसपर गहराई के साथ स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है।
कहा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर तैयारियों को लेकर मंदिर प्रबंधन और सेवायतों की मौजूदगी भी थी। सभी के सुझावों के आधार पर ही व्यवस्था बनाई गई थीं। व्यवस्था में चूक के सवाल पर डीएम ने कहा निकास द्वार नंबर एक पर एक श्रद्धालु के बेहोश होने पर कुछ देर रास्ता बाधित हो गया। ऐसे में सफोकेशन के कारण लोग बाहर निकलने लगे, कुछ लोग वहीं बैठ गए। इसी कारण ये घटना घटित हो गई। सभी लोगों को तत्काल अस्पताल भेजा गया। कहा पुलिस प्रशासन के अधिकारी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के तत्काल जुट गए। मेडिकल सुविधाओं की अनदेखी के सवाल पर बोले संकरी गलियों में एंबुलेंस संभव नहीं थी। तत्काल व्यवस्था की गई। शासन के स्तर पर गठित जांच कमेटी अब घटना की पूरी जानकारी कर रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करेगी। घटना के दौरान अधिकारियों द्वारा लिए जा रहे वीडियो बनाने के सवाल पर कहा आगे की व्यवस्था बनाने और तैयारियों के लिए वीडियो बनाई जा रही थीं।
कंट्रोल रूम में सीसीटीवी से व्यवस्था बनाई जा रही थी। लेकिन, प्रशासन की ये व्यवस्था कितने दिन कारगर रहेगी, ये देखने वाली बात होगी। डीएम नवनीत चहल, एसएसपी अभिषेक यादव ने मंदिर क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद प्रबंधन को व्यवस्था में फेरबदल करने के निर्देश दिए। नई व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं की एंट्री गेट संख्या दो और तीन से होगी। जबकि निकास गेट संख्या एक और चार से होगा। वीआईपी की एंट्री भी प्रोटोकॉल के साथ गेट संख्या दो से ही होगी और गेट संख्या एक से बाहर निकलेंगे। डीएम नवनीत चहल और एसएसपी अभिषेक यादव ने मंदिर की व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के लिए पुलिस फोर्स और निजी सुरक्षा गार्डों को श्रद्धालुओं के साथ सरल व्यवहार के साथ मजबूत व्यवस्था बनाने के लिए निर्देश दिए।