ऊंचाहार बना अवैध शराब कारोबारियों का प्रमुख अड्डा
ऊंचाहार बना अवैध शराब कारोबारियों का प्रमुख अड्डा
न जाने किसकी सह पर पनप रहे अवैध शराब का धन्धा?
सचिन चौरसिया
ऊंचाहार, रायबरेली। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश में मकड़जाल की तरह फैले अवैध नशे कारोबारी के विरुद्ध सख्त रुख अपनाते है और जिम्मेदारों को उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के भी आदेश देते हैं। आसमान से टूटा और खजूर पर लटकने वाली कहावत कुछ इस प्रकार सिद्ध हो जाती है कि योगी आदित्यनाथ के आदेशों के बाद उनके वीर व जाबाज कर्मचारियों का अवैध नशे कारोबारियों पर कुछ समय तक तो उनका चाबुक चलता है किंतु कुछ दिनों बाद फिर से ज्यों का त्यों हो जाता है। यह बात हम नहीं कह रहे है दरअसल यह बात ऊंचाहार के गांव व गलियारों में बनने वाली अवैध शराब की धधकती भट्ठी व मोहल्लो में बिकने वाली शराब कह रही है।
बताते चलें कि हौसला अफजाई आबकारी इंस्पेक्टर ऊंचाहार व हल्का के एक आरक्षी की मिलीभगत से इस अवैध शराब के व्यवसाय को अंजाम दिया जाता है। यही नहीं, साहब के रहमो करम से बकायदे शराब की सरकारी दुकान की आंड में अवैध शराब की डुप्लीकेट पैकिंग का कार्य भी किया जाता है।
कच्ची शराब के उत्पादन की बात करें तो क्षेत्र के कस्बा ऊंचाहार, पिपरहा, अमलिहा पुरवा, नई बस्ती, पचखरा, गुलरिहा जैसे विभिन्न गांवों में कच्ची व कैमिकल युक्त शराब तैयार की जाती है और बिक्री भी की जाती है जबकि शराब की सरकारी दुकानों में डुप्लीकेट व मिलावटी शराब की बिक्री की जाती है।
मिलावटी डुप्लीकेट शराब की बिक्री एनटीपीसी गेट नंबर 2, अकोढीया, कोटरा बहादुरगंज जैसी शराब की सरकारी दुकानों में की जाती है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्षेत्र में फैले नशे कारोबारियों पर ऐसे किस सख्श का हाथ है जो साहब के कर्मचारियों को भी मात देने का काम करते हैं।
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