जिले में 45 साल के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा, बना एक नया रिकॉर्ड, जानिए क्या हैं इसके सियासी मायने?
गोरखपुर। जिले में 45 साल में पहली बार बना रिकॉर्ड जानकारी के लिए बता दे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर शहरी सीट से चुनाव लड़ा है। यहां 53.30% लोगों ने इस बार वोट डाला। जिले में 45 साल के इतिहास में ये पहली बार है जब इतनी ज्यादा वोटिंग हुई है। पिछली बार यानी 2017 के मुकाबले इस बार 2.32% की बढ़ोतरी दर्ज हुई। 2017 में यहां के 50.98% लोगों ने वोट डाला था।
मुख्यमंत्री योगी की सीट पर मतदान प्रतिशत बढ़ने से सियासी गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है। लोग वोटिंग बढ़ने के राजनीतिक मायने निकाल रहे हैं। ऐसे में हम आपको आंकड़ों के जरिए बताएंगे कि गोरखपुर की इस सीट पर 1977 से अब तक क्या-क्या हुआ? मतदान घटने और बढ़ने से किसे क्या फायदा मिला?
वर्ष | प्रत्याशी | पार्टी | वोटिंग |
1977 | अवधेश कुमार श्रीवास्तव | जनता पार्टी | 43.9% |
1980 | सुनील शास्त्री | कांग्रेस (आई) | 42.1% |
1985 | सुनील शास्त्री | कांग्रेस | 37.5% |
1989 | शिव प्रताप शुक्ला | भाजपा | 49.5% |
1991 | शिव प्रताप शुक्ला | भाजपा | 43.4% |
1993 | शिव प्रताप शुक्ला | भाजपा | 47.7% |
1996 | शिव प्रताप शुक्ला | भाजपा | 38.0% |
2002 | डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल | हिंदू महासभा | 33.1% |
2007 | डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल | भाजपा | 28.6 % |
2012 | डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल | भाजपा | 46.2 % |
2017 | डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल | भाजपा | 50.98% |
गोरखपुर शहरी सीट पर 1989 से भाजपा का कब्जा
साभार:— अमर उजाला
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