राखी बांधने जेल पहुंचीं बहनों के साथ पुलिसकर्मी ने किया ऐसा, जिसे सुनकर आप देगें गालियां
राखी बांधने जेल पहुंचीं बहनों के साथ पुलिसकर्मी ने किया ऐसा, जिसे सुनकर आप देगें गालियां
कार्यवाही कर जेल प्रशासन ने पत्र के माध्यम से डीएम को कराया अवगत
जयेश बादल
ललितपुर। शासन के निर्देश पर राज्य मंत्री धर्मबीर प्रजापति ने करीब 4 दिन पूर्व जिला कारागार का दौरा करके वहां का निरीक्षण किया था एवं रक्षाबंधन के पर्व को देखते हुए बंदियों उनकी बहनों से राखी बंधवाने के लिए जेल प्रशासन को कड़े दिशा निर्देश दिए थे। इसके बावजूद जेल प्रशासन द्वारा सुरक्षा में तैनात किए गए सुरक्षाकर्मियों द्वारा उस समय बंदियों के परिवारजनों और बहनों के साथ अभद्रता की गई जब वह जेल अपने भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंची थी।
जेल के बाहर पुलिसकर्मियों के अभद्रता करने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि शिकायत के बाद जेल प्रशासन ने दोषी पुलिसकर्मी पर कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मामले से अवगत भी कराया। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले आए प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जिला कारागार का दौराकर जेल के बाहर कैदियों से मिलने के लिए आई माताओं बहनों से अपील की थी कि रक्षाबंधन के दिन आकर अपने भाइयों को राखी बांधें। यही नहीं जेल मंत्री ने माताओं बहनों से यह तक कहा था कि अपने साथ 8 से 10 राखी लेकर आएं और सभी कैदी भाइयों को भी राखी बांधेंगी, ताकि किसी भी कैदी की कलाई सूनी नहीं रहे। मिली जानकारी के अनुसार जिला कारागार में तैनात सुरक्षाकर्मियों की खुली गुंडागर्दी उस समय उजागर हुई जब भाई-बहन के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन पर अपने भाइयों को राखी बांधने जेल पहुंची बहिनों के साथ अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया गया।
इस दौरान सुरक्षाकर्मी राम अवतार बर्मा द्वारा महिलाओं से अभद्रता की गई और सवाल उठाए जाने पर धमकी भी दी गई जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है जबकि कुछ दिनों पूर्व प्रभारी मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने जेल प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए थे और मौके पर मौजूद बंदियों के परिजनों माताओं बहनों से रक्षाबंधन के मौके पर जेल आकर सभी कैदियों को राखी बांधने के लिए दिशा निर्देश दिए गए थे। रक्षाबंधन पर सरकार की तरफ से बहनों के मिलने के लिए जेल में व्यवस्था की गई है जिसमें सुरक्षा में तैनात रामअवतार वर्मा द्वारा महिलाओं से एवं पुरुषों से अभद्रतापूर्व व्यवहार किया जा रहा था। अपने भाई से मिलने गई बहन एवं उसके साथ गए उसके दूसरे भाई यशपाल के साथ राम अवतार वर्मा ने अभद्रता की।
जब उन्होंने इसका विरोध किया तो सिपाही डंडा लेकर मारने को आ गया। हालांकि वहां पर तैनात चौकी इंचार्ज ने उसे रोका। जब पीड़ित ने कहा कि हम आपकी शिकायत जेल अधीक्षक से करेंगे तो रामअवतार वर्मा बोला कि कहीं भी मेरी शिकायत कर आओ हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसके साथ ही अभद्र सिपाही गाली गलौज के साथ कुत्ता कहते हुए अंदर चला गया। इस घटना की शिकायत जब जेल प्रशासन से की गई तब जेल प्रशासन ने प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए ड्यूटी पर तैनात अभद्र सिपाही को तत्काल प्रभाव से ड्यूटी से हटा दिया और इस मामले में एक पत्र के माध्यम से जिलाधिकारी को की गई कार्यवाही से अवगत भी कराया।