आग का रौद्र रूप देखकर ताल में भागे ग्रामीण
निलेश त्रिपाठी
मिर्जामुराद, वाराणसी। स्थानीय थाना क्षेत्र के रखौना रिंग रोड पर एलपीजी से भरी टैंकर पलट गई जिससे एलपीजी भरी टैंकर में आग लग गई। वहीं ड्राइवर किसी तरह ट्रक से कूद कर अपनी जान बचाया। सूचना पर पहुंची मिर्जामुराद पुलिस घटना के पास के क्षेत्र को खाली करा गाड़ियों व लोगों के आवागमन पर रोक लगा दिया। मौके पर फायर फाइटिंग टीम पहुंचकर आग बुझाने के जद्दोजहद में लगी रही लेकिन आग की लपटों को बुझाने में नाकाम साबित हुई। उक्त एलपीजी टैंकर के चालक राजेश पाल निवासी सुल्तानपुर पटना (बिहार) ने बताया कि लगभग 17 टन एलपीजी से भरी गाड़ी लेकर प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) जा रहा था की रखौना गांव के समीप रिंग रोड से उतरते समय एक कार के ओवरटेकिंग के दौरान उसको बचाने मे अनियंत्रित होकर पलटी गई और उसमे आग लग गई। ड्राइवर ने किसी तरह घायलावस्था में उसमें से कूदकर अपनी जान बचाई। उधर मिर्जामुराद पुलिस सहित अन्य अधिकारी घटना स्थल पर भारी पुलिस फोर्स के साथ 1 किलोमीटर के क्षेत्र में लोगों के आवागमन पर रोक लगा दिया। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची 4 फायर ब्रिगेड की गाड़ी टैंकर में लगी आग को शांत करने के मशक्कत में लगी रही लेकिन आग पर काबू नहीं पाया गया। घटनास्थल पर गैस कंपनी की सेफ्टी टीम व फायर फाइटिंग टीम भी पहुंची लेकिन आग की लपटो पर काबू नहीं मिला। जलती हुई गैस टैंकर को छोड़कर पुलिस व फायर फाइटिंग टीम आस—पास के 1 किलोमीटर क्षेत्र को खाली कराकर खुद भी पीछे हट गए। तमाम बच्चे बुजुर्ग महिलाएं विस्फोट के डर से 2 किलोमीटर दूर भाग खड़े हुए। नेशनल हाईवे को सुरक्षा को देखते हुए रोक दिया गया। आला अधिकारी मौके से हटकर दूर से स्थिति का जायजा लेते व आवश्यक निर्देश देते रहे। एनडीआरएफ की टीम भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट मोड पर रही। थोड़ी देर बाद लगातार तीन छोटे विस्फोट हुए उसके बाद आग की लपटे काम हुई। वहीं इस घटना से आस पास गांव में सन्नाटा पसरा रहा। रखौना व मेंहदीगंज गांव के लोग अपने घर को छोड़ दूर चले गए थे। आवागमन पर रोक की वजह से लगभग 10 किलोमीटर का लंबा जाम लग रहा। गैर जनपद में भी वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया था। घंटों लोग लोग जाम में फंसे रहे, जाम ने फसने से कितनों के ट्रेन छूटा तो बहुतों के जहाज, टूरिस्ट भी जाम में फंसकर परेशान रहे। सुरक्षा के दृष्टिगत एंबुलेंस भी घटनास्थल के करीब नजर आई। स्थानीय गांव के अशोक सिंह ने बताया कि पास के 3 गांव के हजारों लोग घटनास्थल से काफी दूर ताल तलैया में शरण लेकर आग की लपट को निहार रहे हैं। सभी बस घर कुशल होने की कामना कर रहे हैं। यह मौके पर जाकर देखने की स्थिति को कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। हालांकि अभी तक किसी भी प्रकार की जान माल की खतरा व कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है अधिकारियों में पुलिस कमिश्नर वाराणसी अशोक मुथा जैन, एडीसीपी टी श्रवनन, एसीपी राजा तालाब अजय श्रीवास्तव मुख्य अग्निशमन अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। घटनाक्रम पर नजर बनाए रखे थे। वहीं उपमहानिरीक्षक एनडीआरफ मनोज शर्मा भी घटना पर नजर बनाए रखे हुए थे। खबर लिखे जाने तक इस घटना मे कोई हाताहट नहीं हुआ था। रात 11:30 के बाद जाकर आग पर फायर फाइटरो ने काबू पाया। लगभग 12 वर्ष पूर्व यही पास में ऐसा ही एक गैस हादसा हुआ था जहां घरेलू गैस से लगी हुई है। ट्रक में आग लग गई थी जिसमें चालक की मौत हो गई थी। अगले दिन रविवार को भी पुलिस बल घटनास्थल पर देखने को मिली, फायर फाइटिंग टीम के साथ फायर इंस्पेक्टर इंद्रजीत वर्मा भी अगले दिन मौजूद रहे। क्षतिग्रस्त वाहन मे पानी डालकर बचे हुए गैस को निकल गया। रिंग रोड पर रविवार को आवागमन देर शाम तक बाधित रहा। देर शाम को क्रेन के माध्यम से क्षतिग्रस्त टैंकर को हटाया गया।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।