हिसुआ के सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षक के अभाव का दंश झेल रहे छात्र
कहीं शिक्षक तो कहीं कम्प्यूटर का अभाव कम्प्यूटर शिक्षा से कोसों दूर हैं सरकारी विद्यालय के छात्र
उदय कुमार
हिसुआ, नवादा (बिहार)। बच्चे कम्प्यूटर शिक्षा में पारंगत होंगे ऐसा घोषणा हुआ। घोषणा हुए लगभग 15 साल बीतने को है पर परिणाम शून्य है। बच्चों को कंप्यूटर की शिक्षा देने की योजना सिर्फ कागजों पर सिमट कर रह गया है। हिसुआ प्रखण्ड के अधिकांश इंटर और हाई स्कूल में कंप्यूटर की शिक्षक ही नही है तो पढ़ाई कहाँ से हो।
नगर के तीन इंटर स्कूल में से सिर्फ प्रोजेक्ट एमपीएस स्कूल में ही कंप्यूटर शिक्षक नियुक्त है। इसके बाद प्रखण्ड के कुल 11 इंटर स्कूलों में एक भी शिक्षक नही। अब आलम ये है कि शिक्षक के बिना कंप्यूटर धूल फांक रहे हैं। कहीं बिजली का अभाव कंप्यूटर को खराब कर रहा है, तो कहीं शिक्षक का अभाव। बाकी अधिकांश स्कूल में कंप्यूटर मुहैया ही नही कराया गया है। शहर के प्रोजेक्ट एमपीएस स्कूल में कम्प्यूटर तो लगे हुए है पर धीरे धीरे खराब होने के बाद एक भी बन नही पाया।
स्कूल की छात्राएं कृति कुमारी, लक्ष्मीनिया कुमारी, अंजली कुमारी, हेना प्रवीण आदि कंप्यूटर का क्लास शिक्षक अरविंद प्रसाद से कर तो लेते है पर उसका अभ्यास विद्यालय में कर नही पाते। प्रधानाध्यापक विष्णु देव प्रसाद से बताया कि विद्यालय में लगाये गए सभी कंप्यूटर खराब हो गए है, जिसे बनाने के लिए कई बार आवेदन दिया गया है पर विभाग इसकी कोई जिम्मेवारी नही लेना चाहता।
शहर में ही स्थित डीएल इंटर स्कूल में तो ना तो आज तक शिक्षक आये और ना एक भी कंप्यूटर का सेट आया। छात्र राहुल कुमार, शिवम कुमार, पूजा कुमारी आदि ने कहा कि जिस कंप्यूटर शिक्षा को मुफ्त में विद्यालय में मिल जाना चाहिए था वो बाजार में पैसे लगाकर प्राप्त कर रहे हैं।
एक विद्यालय को छोड़ कहीं भी शिक्षक बहाल नहीं
हिसुआ प्रखण्ड में पहले से पांच इंटर स्कूल थे जिसमें 9 नए हाई स्कूल को इंटर स्कूल में अपग्रेड किया गया है। प्रखण्ड के प्रोजेक्ट एमपीएस स्कूल में ही सिर्फ एक कंप्यूटर शिक्षक की बहाली है। इसके बाद शेष 13 इंटर विद्यलयों में शिक्षक ही नही। पूर्व से जिन पांच विद्यालयों में इंटर की पढ़ाई हो रही उसमें से भी सिर्फ तीन विद्यालयों में ही 1-1 सेट कंप्यूटर उपलब्ध कराया गया है। इंटर स्कूल तुंगी और डीएल इंटर स्कूल हिसुआ में आज तक कंप्यूटर भी उपलब्ध नहीं कराया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
प्रखण्ड शिक्षाधिकारी कुमुद नारायण ने कहा कि जब से कम्प्यूटर शिक्षा की बात हुई उसके बाद से किसी भी इंटर या हाई स्कूल में कंप्यूटर बहाली की प्रक्रिया ही नही हुई तो विद्यालय में शिक्षक की कमी है। हाईटेक शिक्षा के लिए शिक्षक बहाली की जरूरत है।
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