आवारा पशु बने किसानों व राहगीरों के लिए बड़ी समस्या
आवारा पशु बने किसानों व राहगीरों के लिए बड़ी समस्या
शिवेन्द्र तिवारी
बारा, प्रयागराज। किसानों व राहगीरों की सबसे बड़ी समस्या आवारा पशु हैं, किसानों को आवारा पशुओं से कोई निजात नहीं मिल रही है।किसान अपनी फसलों को लेकर बेहद चिंतित है बेसहारा आवारा पशुओं ने किसानों की फसलों को बर्बाद करने के साथ ही राहगीरों के साथ होनी वाली दुर्घटना का कारण बन रही है इन दुर्घटनाओं में राहगीरों के साथ गोवंश को भी चोटिल होने के साथ हताहत होने की घटनाएं बरसात के दिनो अत्याधिक बढ़ जाती हैं।
दुर्घटना होने के पश्चात हर तरफ पशुओं के छत विछत शव पड़े रहते है, जिसके दुर्गंध से लोगों का चलना व रहना दुश्वार हो गया है किसानों के हित में सरकार ने कई योजनाएं तैयार की है। जिससे सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा गौवंश के लिए सभी जिलों के हर एक गांव मे अस्थाई गोशाला बनाने के निर्देश दिए गए है। शासन के निर्देश के बाद ज्यादातर ग्राम सभाओं में गौशाला बनाई जा चुकी है लेकिन कुछ ग्राम पंचायत में गोशाला का नामो निशान नहीं गोवंश इधर उधर घूमते हुए मिल ही जाते है और जो गोशाला बने हुए है जिनकी हालत बद से बत्तर हो गई है जिससे बरसात के दिनो मे अक्सर ज्यादातर पशुओ का आश्रय राष्ट्रीय राजमार्ग में होता है।जिससे दुर्घटनाएं होती रहती है। ऐसा ही देखा गया नारीबारी चौराहे में बेसहारा गौवंश घूमते व ठहरे हुए मिल जाते है और हाइवे में आने वाले तेज रफ्तार वाहन से दुर्घटनाएं होती रहती हैं। कुछ वाहन गोवंश को बचाने के चक्कर में खुद दुर्घटना का शिकार हो रही है वही शंकरगढ़, जारी, घूरपुर, खीरी, नारीबारी आदि क्षेत्रों में जगह जगह आवारा पशुओं के झुंड को देखा जाता है। किसानों की फसलों को बर्बाद करने मुख्य मार्ग सहित गांव क्षेत्र में भी दुर्घटनाएं होती रहती है जिसे गोवंश के साथ राहगीर भी गंभीर रूप से चोटिल होते है। जिसके कारण बहुत सी मौत भी हो जाती है अब शासन की योजनाएं निष्फल होती दिख रही हैं।
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