जखनिया ब्लाक सभागार में शोसल ऑडिट की बैठक सम्पन्न
जखनिया ब्लाक सभागार में शोसल ऑडिट की बैठक सम्पन्न
उग्रसेन सिंह
जखनिया, गाजीपुर। स्थानीय ब्लॉक सभागार में शोसल ऑडिट की बैठक हुई। बैठक के शुरू होते ही खण्ड विकास अधिकारी ने जानकारी दी कि ब्लॉक सभागार में ग्रामीण विकास के लिए बैठक की जा रही है जिसमें ग्राम पंचायत से आये रोजगार सेवक, पंचायत सहायक, सचिव सहित अन्य लोग मौजूद थे। ग्राम पंचायत के सर्वागीण विकास के लिए क्या जरूरत है, किस तरह कार्य करवाया जा सकता है, किस तरह कार्य में तेजी लाई जा सकती है सहित तमाम विन्दुओं पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।
बैठक को सकुशल सम्पन्न कराने के उद्देश्य व जरूरी निर्देशों से अवगत कराने के लिए आये जिला विकास अधिकारी ने पूछा कि मनरेगा के तहत सेवन रजिस्टर कौन-कौन से होते हैं तो कोई भी सचिव, रोजगार सेवक, पंचायत सहायक संतोषजनक जबाब नहीं दे सका जिससे नाराजगी व्यक्त करते हुये उन्हें सबसे पहले ग्राम पंचायत में किस कार्य के लिये कौन सा रजिस्टर होता है, उसमें क्या मुख्य होता है, उसका कितना महत्व है, पूरी जानकारी दी गई जबकि इस सम्बंध में मौजूद कुच्छ सचिव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह रजिस्टर शासन से ही नहीं आता है। न हम लोग बनाते हैं। एक बार आदेश आया था लेकिन नहीं बनवाया गया।
अब सोचने की बात यह है कि जिन जिम्मेदार पदाधिकारीयों को रजिस्टर के बारे में जानकारी न हों।
ग्राम पंचायत में खुली बैठक की जानकारी न हो, ग्राम पंचायत सदस्यों द्वारा बनी समितियों की जानकारी न हो, चल रहा मनरेगा कार्य पूरा हुआ कि नहीं हुआ, इसकी जानकारी न हो, वह क्या कार्य करेंगे, यह सोचने की बात है जिसका साफ-साफ मतलब आम लोगों ने बताया कि कभी जिम्मेदार अधिकारी गॉंव में खुली बैठक नहीं करते हैं, न ही जांच और सारे कार्य और कार्यवाही का कोरम केवल कागजों में तैयार किया जाता है। गांव में खुली बैठक से लेकर ब्लॉक स्तर तक कि बैठक गोपनीय तरीके से कर ली जाती है।
हाँ यदि तमाम बिन्दुओं में से किसी एक बिन्दु पर भी कोई ग्रामीण शिकायत कर दे तो उसको किसी न किसी मामले में जरूर उलझा दिया जाता है। जो नहीं उलझनें लायक होता है, उस मामले को जाँच करने गई गाड़ी में ही सलटा दिया जाता है या फिर प्रधान जी के घर पर और जब उस शिकायतकर्ता को कुछ दिन बाद जबाब मिलता है तो उसे जानकारी होती है कि जाँच पूरी हो गई है।
वहीं इन तमाम बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुये अब शासन ने एक टीम तैयार की है जिसमें शोसल ऑडिट की टीम मनरेगा सहित विकास के हर बिन्दुओं पर बारीकियों से जाँच करेगी और उसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी, ताकि पूरी जानकारी व कार्य शासन के मंसा अनुरूप किया जा सके। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुये खण्ड विकास अधिकारी ने बताया कि मनरेगा के कार्यो से लेकर सरकार की हर महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी व उनसे जुड़ी हर बिन्दुओं पर बारीकी से जाँच कर रिपोर्ट तैयार किया जाएगा और शासन को भेजा जाएगा।
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