साहब! जिले में कुटीर उद्योग बन फलफूल रहा अवैध शराब का धंधा
26 जनवरी 2022 को अवैध कच्ची शराब से एक साथ हुई थी एक दर्जन मौतें
जिले के महराजगंज सर्किल में अवैध शराब से मचा था कोहराम, शासन तक गई थी गूंज
अनुभव शुक्ला
रायबरेली। याद करिए 26 जनवरी 2022 का वो काला दिन! जिले के नेता अधिकारी भले ही उस काले दिन को भूल गए हो किंतु महाराजगंज सर्किल क्षेत्र की जनता व अपनों से बिछड़े उन परिवार की आंखों के सामने आज भी वह भयानक मंजर याद है। जब एक गांव से एक या दो नहीं बल्कि लगभग एक दर्जन लाशों की अर्थियां उठी थी। जिले से लेकर शासन तक इस भयानक हादसे की गूंज गई थी। किंतु अगर बात रायबरेली जिला प्रशासन की करें तो शायद जिम्मेदार एक बार फिर से ऐसे ही कुछ घटनाओं का इंतजार कर रहा है।
जी हां, इन दिनों जिले में कुटीर उद्योग की तरह अवैध शराब का धंधा तेजी से फल-फूल रहा है। महाराजगंज सर्किल में हुए विभत्स हादसे को लेकर सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेकर कड़ी कार्यवाही का निर्देश दिया था। उसके बाद भी स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग जागने की कोशिश नहीं कर रहा है। गुरुवार को सोशल मीडिया पर अवैध शराब के कारोबार का वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो भदोखर थाना से चंद कदमों की दूरी पर मौजूद अमलियाबाग गांव का बताया जा रहा है।
जहां गांव के लोगों के द्वारा अवैध शराब को कुटीर उद्योग बना लिया गया है। अवैध कच्ची शराब की वजह से साल के शुरुआत में एक दर्जन मौतों के होने के बावजूद भी रायबरेली पुलिस और आबकारी विभाग गहरी निंद्रा सोया हुआ है। समय रहते अगर शिकंजा नहीं कसा गया तो महाराजगंज जैसी घटना की फिर से पुनरावृत्ति हो सकती है। वहीं इस बाबत जिला आबकारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा की क्षेत्र में अवैध शराब न बने इसके लिए पुलिस से मिलकर दबिश दी जाती है।
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