ई-रिक्शा चालकों की गुण्डई पर सिंघम एसपी ने लगाया लगाम
सूचीबद्ध होंगे शहर के ई-रिक्शे, बड़े अंकों में पड़ा होगा नम्बर, यातायात पुलिस के पास होगा पूरा डाटा
अनूठी पहल से सवारियों से अभद्रता व दुर्घटनाओं पर भी लगेगा अंकुश
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
रायबरेली। शहर में सरपट दौड़ रहे ई रिक्शा चालक अब रिक्शा में बैठने वाली सवारियों के साथ गुंडई वाला बर्ताव नहीं कर पायेंगे, क्योंकि जिले के तेजतर्रार या यूं कहें की रिक्शा चालकों के लिए सिंघम बन एसपी आलोक प्रियदर्शी की निगाहें उनकी गतिविधियों पर रहेगी। मकड़जाल की तरह पूरे शहर में फैल जाने वाले ई- रिक्शा की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती है।
ई रिक्शा में बैठने वाली सवारिया आए दिन ई रिक्शा चालकों की अभद्रता का शिकार होते हैं। दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के द्वारा एक अनूठी पहल शुरू की गई जिसमें शहर में दौड़ रहे सभी ई रिक्शा को सूचीबद्ध किया जाएगा। जिन का पूरा डाटा यातायात विभाग के पास मौजूद रहेगा।
बताते चलें की ई-रिक्शा की वजह से आए दिन शहर में जाम लगता है। सवारियों को अभद्रता का शिकार होना पड़ता है जिसको लेकर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी के द्वारा शहर में ई-रिक्शा को लेकर एक अनूठी पहल शुरू की गई है जिसके अंतर्गत शहर में जितने भी ई रिक्शा चलाए जा रहे हैं, सभी को सूचीबद्ध किया जाएगा। सभी ई रिक्शा पर आगे का जो गिलास होता है उस पर यातायात विभाग की तरफ से एक नंबर जारी किया जाएगा। जो बड़े-बड़े अंको में लिखा होगा, उस नंबर का पूरा डाटा यातायात विभाग के पास रहेगा।
इस नंबर की वजह से आए दिन सवारियों के साथ होने वाली अभद्रता और दुर्घटनाओं का सबब बन रहे ई रिक्शा पर लगाम लगेगी। शहर के सिविल लाइन चौराहे पर यातायात प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी द्वारा चलाए जा रहे इस अनूठी पहल को धरातल पर उतारने का काम कर रहे हैं। शहर में जितने भी ई रिक्शा घूम रहे हैं सभी को रोककर उनके आगे के और पीछे के शीशे पर बड़े-बड़े अंकों में नंबर आवंटित किए जा रहे हैं जिससे उन ई रिक्शा पर बैठने वाली सवारी उसका नंबर नोट कर ले। अगर उसे किसी भी प्रकार की कोई समस्या होती है, उस नंबर के द्वारा उस ई रिक्शा को ट्रेस कर लिया जाएगा। हो कुछ भी पर जिले के अपराध में अंकुश लगाने के बाद अब इस अनूठी पहल से शहर में होने वाली छुट-पुट घटनाओं पर लगाम लग सकेगी।
जिले में लगभग 15 सौ चल रहे ई-रिक्शा, यात्रियों से विवाद व छेड़छाड़ तक की आती थीं शिकायतें: एसपी इस बाबत पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जिले में लगभग 15 सौ ई रिक्शा संचालित हैं। आये दिन यात्रियों से अभद्रता मारपीट व छेड़छाड़ की शिकायतें आती थी जिससे निजात पाने के लिए ई-रिक्शो पर यूनिक कोड बड़े अक्षरों में पड़ा होगा। इससे उनकी गतिविधियों पर निगरानी होगी और सीसीटीवी फुटेज में भी उनकी गतिविधियां कैद होती रहेंगी।
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