वर्णीनगर मडावरा में हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया श्रुत पंचमी पर्व
नगर में निकाली गयी धर्म शास्त्रों की शोभायात्रा
श्रावक संस्कार शिविर के शिवरार्थी हुये सम्मानित
जयेश बादल
ललितपुर। वर्णीनगर मडावरा में श्रुत पंचमी का महापर्व बडे़ ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। प्रातःकाल पुराना बाजार प्रांगण से पालकी सजाकर धर्म शास्त्रों की शोभायात्रा निकाली गई जिसमें आचार्य विद्यासागर संस्कार वर्णी पाठशाला के नन्हें-मुन्हें बच्चे धर्म/वजा लेकर चल रहे थे।
जुलूस को सफल बनाने में नगर की स्वंयसेवी संस्थाओं का विशेष सहयोग रहा। आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महाराज की शिष्या आर्यिका श्री 105 सौम्यमति माता जी के ससंघ सानिध्य में श्रुत पंचमी का महापर्व हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया और श्रुत स्कन्ध विधान का आयोजन किया गया। धर्मसभा को संबोधित करते हुए आर्यिका रत्न 105 सौम्यमति माता जी ने कहा कि जैन परंपरा में श्रुत पंचमी महापर्व का विशेष महत्व है। जगह-जगह शास्त्रों की शोभायात्रा निकाली जाती है। शास्त्रों की विशेष पूजा होती है। इस पर्व पर हमें शास्त्रों की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। जैन परंपरा के अनुसार श्रुत पंचमी महापर्व ज्ञान की आराधना का महापर्व है। इस दौरान मुनि पुंगव सुधासागर महाराज के मंगल आर्शीर्वाद से दस दिवसीय श्रावक संस्कार शिविर का आयोजन कर उसे सफल बनाने में शुभम जैन खनियांधाना एवं रितिक जैन हटा को जैन समाज मडावरा द्वारा प्रशस्ति पत्र, शाल पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. राकेश जैन सिंघई ने किया।
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