चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार पूरी तरह कटिबद्ध नज़र आती है मगर कहीं कहीं पुलिस विभाग इस पर पानी फेरने का काम करता है। प्रदेश में होने वाले तीज़ त्योहारों पर शासन के निर्देश पर पुलिस विभाग द्वारा पीस कमेटी की मीटिंग की जाती है जिसमे समाज के सभी वर्गों को बुलाया जाता है।ताकि उनकी समस्या को जानकर उसका हल निकाला जा सके और समाज मे अमन शांति बनी रही लोग त्योहारों को आपसी प्रेम शौहार्द से कैसे मनाए इन सब के बारे में बात होती है। जिसमे सरकारी विभाग के लोग भी मौजूद रहते है।
मगर स्थानीय कोतवाली पुलिस इसे महज एक खानापूर्ती के रूप में देखती है। जब कभी कोई त्योहार आता है तो अधिकांश देखने को मिलता है की नगर के कुछ गिने चुने लोगों को बुलाकर कोरम पूर्ति कर इतिश्री कर लिया जाता है। यहां तक की समाज का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग पत्रकार जो शासन प्रशासन की बातों योजनाओं को जनता तक और जनता की बातों और समस्याओं को शासन प्रशासन तक पहुंचाने का काम करता है। स्थानीय पुलिस उन्हें भी शांति समिति की बैठक में बुलाना मुनासिब नही समझती है।