कलकत्ता में हुई संगोष्ठी, मंत्री स्वपन देवनाथ ने किया उद्घाटन
कलकत्ता में हुई संगोष्ठी, मंत्री स्वपन देवनाथ ने किया उद्घाटन
आगे की कार्यवाही के लिये डा. राजा रत्नम ने सदस्यों का लिया सुझाव
पश्चिम बंगाल। विश्व दुग्ध दिवस पर ग्रेड ट्यूपि कांफ्रेंस हाल साल्टलेक सिटी कलकत्ता में एक संगोष्ठी का आयोजन एसके सिंह अध्यक्ष इण्डियन डेरी एसोसिएशन पूर्व प्रदेश की सलाह पर हुआ। संगोष्ठी का उद्घाटन स्वपन देवनाथ पशु संसाधन विकास विभाग पश्चिम बंगाल सरकार ने किया जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विश्व दुग्ध दिवस पर दिये गये संदेश के बारे में बताया। मंत्री जी ने कहा कि मौजूदा व्यक्तिगण से अनुरोध है कि विकास के लिये पश्चिम बंगाल के गांव को समय के आधार पर अपनाना चाहिये और संयुक्त प्रयासों के साथ गांव में ऐसे कार्यक्रमों का संचालन करना चाहिये, ताकि ग्रामीण किसान सहित न्य हितधारक स्थायी रूप से किफायती और परिस्थिति लाभ प्राप्त करना जारी रख सकते हैं। उन्होंने सेमिनार में विचार—विमर्श और चर्चा कराकर रोड मैप तैयार करने का आग्रह किया।
इसी क्रम में मंत्री जी ने डा. राजा रत्नम को निर्देशित किया कि इस विषय पर तत्काल कार्यवाही करें। इससे दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में आईडीए के मूल्यांकन, सुझावों जैसे नीति सलाहकारों को ध्यान में रखा जा सके। इससे पश्चिम बंगाल में डेरी किसानों की आजीविका और बढ़ेगी। मंत्री जी ने डेयरी विकास गतिविधियों में शामिल होने के लिये प्रायोजकों को भी मान्यता दी है।
आईडीए पूर्व प्रदेश की ओर से डा. डीसी सेन ने अपने स्वागत भाषण में विश्व दुग्ध दिवस के महत्व और संगोष्ठी के बारे में बताया। डा. एस. राय टीम लीडर एनडीडीबी कोलकाता ने मुख्य नोट पते को वितरित करते हुये बताया कि यदि बुनियादी ढांचे पर निवेश के साथ नई तकनीकों और विधियों को समय—समय पर लागू किया जाता है तो स्थायी लाभ किसानों तक पहुंच सकते हैं।
सभी गणमान्य व्यक्ति को धन्यवाद देते हुये डा. राजा रत्नम ने आश्वासन दिया कि मंत्री जी और सेमिनार की सिफारिशों को किसानों, उपभोक्ताओं सहित अन्य हितधारकों को लाभ पहुंचाने के लिये तत्काल कार्यवाही किया जयेगा। कुलदीप शर्मा सलाहकार सुरूची कम्पनी और आईडीए पुरस्कार विजेता ने संगोष्ठी के विषय को प्राप्त करने के लिये पैन चर्चा की अध्यक्षता किया। डा. सुब्रत बैग डब्ल्यू ब्यू ए एफ एस, एनडीडीबी से डा. पदमवीर सिंह, रेड काड डेयरी लिमिटेड नारायण मजुमधर और एनडीडीबी के डा. रितुराज बोराह ने सेमिनार के विषय को प्राप्त करने के तरीके और साधन बताये।
संगोष्ठी के परिणाम से सिफारिशों में भी एक मुद्दा उठाया कि डेयरी किसानों को बचाने के लिये सभी राज्य में किसान क्रेडि कार्ड योजना में ब्याज का अनुदान हर किसानों को मिल रहा है जिससे किसानों के बीच में मतभेद नही होता है परन्तु दुध का मूल्य में दिये हुये अनुदान में मतभेद होता है, वे किसी भी रूप में सही नहीं है, इसलिये संगोष्ठी का एक्सपर्ट की तरफ से सरकार को अनुरोध है कि सभी दुग्ध उत्पादकों को अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिये अनुदान देना अति आवश्यक होता है। इससे वर्तमान की स्थिति में हुये मतभेद भी समाप्त होगा। इसके अलावा जो भी सेमिनार द्वारा सिफारिश किये हुये प्रश्न को सदस्यों से सुझाव लेकर सरकार को प्रेषित कराकर आगे कार्यवाही करने के लिये डा. राजा रत्नम को अंकित किया गया है। इस अवसर पर तमाम किसानों, दर्शकों, सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों, विशेषज्ञों, शिक्षाविद्दों, आईडीए के सदस्यों, उपभोक्ताओं आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी।
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