डीपीआरओ आफिस के रिटायर्ड कर्मी ‘अजब’ का फिर सामने आया ‘गजब’ कारनामा
डीपीआरओ आफिस के रिटायर्ड कर्मी ‘अजब’ का फिर सामने आया ‘गजब’ कारनामा
जयशंकर दूबे एडवोकेट
सुल्तानपुर। बहुचर्चित मृत सफाई कर्मी अमृत लाल से जुड़े अभिलेखों में हेरा-फेरी समेत अन्य गम्भीर आरोपों में दर्ज हुआ है मुकदमा। कोतवाली पुलिस जांच में जुटी ड्यूटी पर तैनाती के दौरान वरिष्ठ सहायक पद पर रहे अजब नारायन के जरिये 2012 में मृत हुए सफाईकर्मी अमृत लाल के सर्विस से जुड़ी मूल पत्रावली में कूटरचना। कटिंग व ओवरराइटिंग कर मनमानी इंट्री करने समेत अन्य का लगा है आरोप। जांच अधिकारी एडीओ (पंचायत) चंद्रभूषण दूबे की जांच में मिले हैं। दोषी अपनी कस्टडी में आवश्यक अभिलेख होने के दौरान अजब नारायण ने बैक डेट में वर्ष 2014 में अभिलेखों में की है फर्जी इंट्री।
सफाईकर्मी की पत्नी को आश्रित कोटे का लाभ अनुचित तरीके से दिलाने की मानी जा रही मंशा। कुछ आवश्यक अभिलेख भी गायब करने का मामला आया सामने। इस खेल में कुछ और लोगों की संलिप्तता आ रही सामने,काल डिटेल रिपोर्ट व अन्य साक्ष्यों से जल्द हो सकता है खुलासा। अजब नारायन की गजब कहानी पहले भी आ चुकी है चर्चा में। गलत तरीके से प्रोन्नति वेतन मार्क भी लेने की बात आई सामने। विभाग 11.42 लाख रुपये की अजब नारायण से कर चुका है रिकवरी। करीब 11 माह पहले हुए हैं रिटायर अजब नारायण गुप्ता ने गिरफ्तारी से बचने के लिए जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश की है अग्रिम जमानत अर्जी। 15 अप्रैल को होगी सुनवाई करीब सवा दो माह पहले जांच अधिकारी की रिपोर्ट व विभाग की संस्तुति पर डीपीआरओ आफिस में तैनात कनिष्ठ सहायक अरबिंद वर्मा की तहरीर पर कोतवाली नगर क्षेत्र के कस्बा के पते पर अजब नारायन के खिलाफ भादंवि की धारा-465,467,468,475 में दर्ज हुआ है मुकदमा।
अमेठी जिले के परसोइया वर्तमान थाना रामगंज का है मूल निवासी अजब नारायन। वर्ष 1999 से जुड़ी अजब नारायन की मर्डर केस की है क्रिमिनल हिस्ट्री। सेशन कोर्ट से वर्ष 2007 में हुई थी आजीवन कारावास की सजा। सूत्रों के मुताबिक अजब नारायन सहित 8 आरोपियों को मिली थी सजा 23 साल पहले हत्या का केस दर्ज होने पर करीब तीन माह के लिए अजब नारायन को काटनी पड़ी थी जेल। कोर्ट से सजा होने पर वर्ष 2007 में करीब 5 महीने तक अपील में जमानत न मिलने तक दुबारा जिंदगी कटी थी सलाखों के पीछे। सूत्रों की मानें तो अजब नारायन की लाखों रिकवरी होने व अन्य कार्यवाहियों की शुरुआत होने के बाद से ही कई वर्षों से लम्बित बताया जा रहा अचानक तेज पकड़ने लगा मृतक सफाईकर्मी की नौकरी से जुड़ा मामला। अजब नरायन की गजब करतूत को विभाग की छवि बदनाम करने का माना जा रहा जिम्मेदार। मास्टरमाइंड अजब नारायन व इस खेल में शामिल इसके करीबियों का जांच में हो सकता है भण्डाफोड़। जल्द ही सच आ सकता है सामने।
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