महिला दरोगा से 5 लाख रुपये की लूट करने वाले बदमाश को पुलिस ने दबोचा
अनुभव शुक्ला
रायबरेली। हाल ही में जिले के पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभालने वाले तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी लगातार अपराधियों पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। अपराधी कितना भी शातिराना अंदाज से घटना को अंजाम दे किंतु पुलिस पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी व एएसपी विश्वजीत श्रीवास्तव अपराधियों के हाथ अपराधियों के गिरेबान तक पहुंच ही जाते हैं।
दरअसल बीती 30 मई को गैर जनपद में तैनात महिला दरोगा से 5 लाख रुपए की हुई थी। जिसके खुलासे को लेकर पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने कई टीमों का गठन कर जाल बिछा दिया था। जिसपर लूट के वांछित बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में गोली लगी जबकि दो अन्य बदमाशों को पुलिस ने घेराबंदी करके गिरफ्तार कर लिया। बीते 30 जून को एक महिला सब इंस्पेक्टर से 500000 की लूट हुई थी जिसमें वह वांछित चल रहे चल रहे थे। शहर कोतवाली पुलिस व एसओजी टीम ने शहर कोतवाली के राजघाट के पास बदमाशों को गिरफ्तार किया। बीती 30 मई को दिनदहाड़े एक महिला सब इंस्पेक्टर के साथ बिहार प्रांत के मोनू कुमार रोमियो व काशी ने पांच लाख की लूट कर ली। लूट के बाद एक महिला दरोगा के साथ लूट के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
क्षेत्राधिकारी नगर वंदना सिंह, शहर कोतवाल राघव कुमार सिंह वह एसओजी प्रभारी अमरेश त्रिपाठी के नेतृत्व में टीमें बनाई गई। जिसके बाद मुखबिर खास की सूचना पर राजघाट के पास शहर कोतवाली ने राजघाट पर बदमाशों की घेराबंदी की गई। घेराबंदी में मोनू कुमार ने पुलिस पर फायर कर दिया आत्म रक्षार्थ पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमें मोनू कुमार घायल हो गया घायल अवस्था में उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां उसका उपचार चल रहा हैं। बदमाशों के पास से रूपये 420000 नगद 315 बोर के दो तमंचे बरामद हुई। साथ ही 1 पल्सर मोटर साइकिल बरामद हुई। मौके से बरामद की गई तीनों बदमाश बिहार प्रांत के कटिहार जनपद के नए पुरवा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पुलिस इनके अपराधिक इतिहास व अन्य क्रियाकलापों की जांच कर रही हैं।
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