पुनीत यादव
सीतापुर। राज्य सरकार शिक्षा के प्रति और बच्चों को मिड-डे मील के माध्यम से साफ सुथरा भोजन बच्चों को मिले, इसके लिए सरकार जहां लाखों रुपए खर्च करती है वहीं जमीनी स्तर पर ऐसा कुछ नहीं देखने को मिल रहा है।
ताजा प्रकरण ब्लॉक एलिया ग्राम शेरूकहा प्राथमिक विद्यालय का है। जहां विद्यालय में बच्चों को दूषित खाना खिलाया जा रहा है। जानकारी मिलने पर तेजस टूडे टीम ने पड़ताल किया तो 2 शिक्षा मित्र मौके पर उपस्थित मिले। प्रधानाचार्य के बारे में जानकारी लेने पर पता चला कि अनुपस्थित हैं।
मिड-डे मील के बारे में प्रधान व प्रधानाचार्य की वजह से बच्चों को घटिया खाना खिलाया जा रहा है। बच्चों को बीमारी होने की संभावना बनी हुई है। मौके पर शिक्षामित्र अनुसुइया सिंह और शशि देवी ने बताया कि प्रधान से जो खाद्यान्न मिलता है हम वही बनाते हैं। प्रधान से शिकायत किया गया है। इसमें आटा चर्चा का विषय बना हुआ है। मौके पर ग्रामीण अंकित सिंह, प्रहलाद सिंह और बच्चे मौजूद रहे।
रसोईया श्याम सिंह व मुन्नी देवी ने बताया हमें जो मिलता है वही हम बनाते हैं। इस बात पर खंड शिक्षा अधिकारी से जानकारी लेनी चाही तो उनका फोन बंद मिला। इससे साफ जाहिर होता है खंड शिक्षा अधिकारी भी इसमें लिप्त हैं। यह देखना होगा कि खबर प्रकाशन के बाद शिक्षा विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जाती है या यूं ही देख कर टाल दिया जाएगा।
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