अधिकारी निरंकुश, समझ गये जिले में क्या हो रहाः बृजेश
अधिकारी निरंकुश, समझ गये जिले में क्या हो रहाः बृजेश
अंकित सक्सेना
बदायूँ। पीडब्ल्यूडी राज्यमंत्री बृजेश सिंह ने कहा, जब अधिकारी विधायक का फोन नहीं उठायेंगे और उठायेंगे तो पूछेंगे कौन बोल रहा, यह बात ठीक नहीं है। विधायक का फोन नंबर तक सेव नहीं है, इससे समझ में आ गया जिले में क्या चल रहा है। जिले के अधिकांश अधिकारी निरंकुश हो चुके हैं। पहली समीक्षा बैठक है इसलिये सिर्फ चेता रहे हैं, अगली बार नौकरी करना सिखा देंगे। बिजली कटौती पर डीएम से कहा कि जितना जो हल्ला मच रहा है, वो लापरवाह अधिकारियों की वजह से है। शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में राज्यमंत्री ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा की।
उन्होंने जिले के सबसे बड़े अधिकारी का नाम न लेकर साफ शब्दों में कहा दिया, अफसर कार्यालय में बैठना सीख लें अब घर से काम नहीं चलेगा, जनता दरबार में शिकायतें सुनें और समस्या हल करें। समस्या का हल ऐसा हो कि दोबारा वो शिकायत न आये। जिले में शिकायतों ज्यादा हैं, उनका हल कम हो रहा है। राज्यमंत्री का पारा उस समय चढ़ा जब बिल्सी विधायक हरीश शाक्य ने कहा, उझानी के एक्सईएन उनके फोन करने पर हर बार पूछते हैं कि कौन बोल रहा है। विधायक तक का फोन सेव नहीं है। आम लोगों का फोन तो उठाये तक नहीं जाते। इस पर बिजली अफसरों से नाराजगी जतायी। कहा, विद्युत अफसर लापरवाही छोड़ दें। रोस्टर के अनुसार विद्युत सप्लाई करें। अपनी टीम को क्षेत्र में रखें, बिजली ट्रांसफार्मर फुंक तो तत्काल बदलें, बिजली लाइन टूटे तो तत्काल ठीक करें और सप्लाई रोस्टर अनुसार रखें। बैठक में सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, बिल्सी विधायक हरीश शाक्य, डीएम दीपा रंजन, एसएसपी डा. ओपी सिंह सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।दातागंज विधायक ने बनायी दूरी
जिलास्तर के अधिकारियों की कार्यशैली से नाराज चल रहे दातागंज के दूसरी बार विधायक बने राजीव कुमार सिंह ने बैठक से दूरी बना ली। वे बैठक में नहीं पहुंचे। यह पहली बार नहीं हुआ, जिलास्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में शिरकत नहीं करते। उन्होंने मुख्यमंत्री से जिले के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुये शिकायत भी की है।
सांसद व सपा का कोई विधायक नहीं पहुंचा
जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में भाजपा की सांसद डा. संघमित्रा मौर्य भी नहीं पहुंची। वे जिला पंचायत की बैठक में मौजूद रही। वहीं, सपा के तीन विधायकों में से कोई भी नहीं पहुंचा। तीनों विधायक भी जिला प्रशासन की कार्यशैली से नाराज हैं। सपा विधायक बृजेश यादव ने तो यहां के अधिकारियों की कार्यशैली को विधानसभा में उठाने की बात पहले ही कही थी। इस बैठक में सपा विधायक आशुतोष मौर्य, बृजेश यादव व हिमाशूं यादव नहीं पहुंचे, जबिक दो विधायक बृजेश यादव व हिमाशू यादव जिला पंचायत की बैठक में मौजूद थे।
डूडा अफसर आये निशाने पर
नगरीय विकास अभिकरण डूडा के अधिकारी राज्यमंत्री के निशाने पर रहे। आसरा आवास के बारे में मांगी गयी जानकारी से राज्यमंत्री संतुष्ट नहीं हुये। उन्होंने कड़ी नाराजगी जतायी। कहा, उन्हें पता है, यहां डूडा में क्या हुआ है और क्या हो रहा है। भ्रष्टाचारी और लापरवाही पर मुख्यमंत्री किसी भी बख्शेंगे नहीं। डूडा में बदायूं बाईपास पर कई अपात्रों को आवास मिले। जिसके मकान शहर में हैं और वहां किराये पर उठाये गये हैं।
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