पलटा की खदान में दम तोड़ रहे एनजीटी के नियम
पलटा की खदान में दम तोड़ रहे एनजीटी के नियम
अवैध खनन की जमकर मलाई काट रहा दलबदलू त्रिपाठी
अछरौड़ बालू खदान का अवैध खनन प्रशासन के लिये बना सिरदर्द
रूपा गोयल
बांदा। जिले की अछरौड़ खण्ड एक की अवैध बालू का कारोबार शासन-प्रशासन के लिए सिरदर्द बन चुका है। चित्रकूट जिले के तथाकथित दलबदलू नेता की इस खदान में सारे नियम कायदे दम तोड़ते नजर आ रहे हैं। मटौंध थानान्तर्गत संचालित होने वाली अछरौड़ खण्ड 1 में पूरी तरह से माफिया राज कायम है जहां सत्ता का चोला ओढ़े पलटा नेता द्वारा संचालित इस खदान में एनजीटी के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
खुलेआम नदी की जलधारा में भारी-भरकम पोकलैण्ड और लिफ्टर मशीनों से खनन कार्य किया जा रहा है। इतना ही नहीं, सत्ता के नशे में चूर खदान संचालक के लोगों द्वारा प्रति दिन सैकड़ों ओवरलोड ट्रकों को बालू भरकर गैर जनपदों के लिए रवाना कर दिया जाता है।
बताते चलें कि बांदा सदर तहसील के मटौंध थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अछरौंड खंड 1 के पट्टा धारक पडोसी जिले के भाजपा का चोला ओढ़े दलबदलू नेता बताए जा रहा हैं सूत्रों बताते है कि यह बांदा-चित्रकूट के पूर्व भाजपा सांसद के करीबी रिश्तेदार हैं जो पूर्व सपा और भाजपा के टिकट पर एमएलसी चुनाव भी लड़ चुके हैं जबकि पिछले एमएलसी चुनाव में सपा से टिकट मिलने के बाद इन्होंने एन वक्त में नामांकन वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी सेंगर को निर्विरोध जीतने का रास्ता साफ कर दिया था लेकिन सत्ता परिवर्तन होते ही इन्होंने फिर से बालू के कारोबार में अपनी पकड़ बनाने के लिए एनजीटी के नियमों और प्रशासनिक सख्तियों को ठेंगा दिखाते हुए दबंगई के दम पर दिनरात बिना किसी नियमावली के मौरम के कारोबार को बिना रूकावट जारी किये हुये है। भाजपा का चोला ओढे पट्टाधारकों को प्रशासन का कोई डर नहीं है। इन्हें प्रदेश की योगी सरकार का भी कोई भय नहीं है।
अछरौंड खदान में जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी मानक से विपरीत ट्रकों में खदान से ही ओवरलोडिंग का खेल खेला जा रहा है। जबकि ओवरलोडिंग और बिना रवन्ने के खदान से मौरम की बिक्री की पूरी जिम्मेदारी पट्टा धारक की होती है। ऐसा खनिज नियमावली में साफ दर्ज है। नियमों यह भी है कि खनन पट्टा क्षेत्रों में हाई फ्रीक्वेंसी सीसीटीवी कैमरे लोडिंग प्वाइंट, प्रवेश और निकासी स्थलों पर लगाये जाये।
लेकिन अछरौंड बालू खदान के दबंग बालू माफिया प्रशासन व खनिज विभाग की नियमावली को धता बताकर अवैध खनन करा रहे है। ग्रामीणों द्वारा ओवरलोडिंग व अवैध खनन का विरोध करने पर इन दबंग पट्टाधारकों के गुर्गों द्वारा उन्हें लाठी व डंडों की नांक पर चुप करा दिया जाता है। अछरौड गांव के कई ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन को अवैध खनन की जानकारी दी जाती है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी भाजपा का चोला ओेढे ठेकेदार के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्यवाही से बच रहा है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।